भारत की विविध प्रकृति, समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक स्थल केवल इंसानों को ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के पक्षियों को भी अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हर साल, जैसे ही मानसून का मौसम खत्म होता है और ठंडी हवा सर्दियों की शुरुआत की ओर इशारा करती हैं, तब लाखों प्रवासी पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा कर भारत की ओर रुख करते हैं।

पक्षियों की मौसमी यात्रा

पक्षियों का यह प्रवास उनकी मौसमी यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। सर्दियों में, जब उनके मूल निवास स्थान में तापमान गिर जाता है और खाने की कमी होती है, भारत की उदार जलवायु और भोजन की भरपूर आपूर्ति उन्हें अपनी ओर खींच लाती है। यह समय पक्षी प्रेमियों और वन्यजीव विशेषज्ञों के लिए अत्यंत विशेष होता है।

पक्षी प्रेमियों के लिए है पसंदीदा जगह

इसी बीच उत्तराखंड का आसन बर्ड सेंचुरी, यमुना और आसन नदियों के संगम पर स्थित आसन बैराज पर बसा हुआ है। देहरादून से लगभग 50 किलोमीटर दूर यह अद्वितीय स्थल, प्रवासी पक्षियों के लिए एक आदर्श आश्रय स्थल है। यहां की नीली-हरी पानी की सतह और प्राकृतिक सौंदर्य इसे पक्षी प्रेमियों के लिए एक पसंदीदा जगह बनाते हैं।

300 से अधिक हैं रंग-बिरंगे पक्षी

आसन बर्ड सेंचुरी में पर्यटकों को 327 से अधिक रंग-बिरंगे पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यह भारत का पहला संरक्षित पक्षी रिजर्व है। जिसे उत्तराखंड सरकार द्वारा रामसर साइट घोषित किया गया है। यहां देशी और प्रवासी पक्षियों की अनोखी विविधता देखने को मिलती है। वहीं अक्टूबर के अंत से मार्च के बीच यहां प्रवासी पक्षियों की झलकियां देखने को मिलती हैं।

ठंड में शुरू होती है यात्रा

सर्दियों के मौसम में जब तापमान 21 डिग्री सेल्सियस से 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है, तब यहां प्रवासी पक्षियों का आना शुरू होता है। इन पक्षियों में मलार्ड, रेड क्रेस्टेड पोचार्ड और ट्रांस हिमालयन प्रजातियां शामिल हैं। मौसम के अनुसार, पक्षी प्रेमियों को आर्कटिक प्रवासी पक्षी शोवलर, रूडी शेल्डक, और ग्रेटर स्पॉटेड ईगल का दर्शन भी होता है।

गर्मियों में इस पक्षी का उठा सकते हैं आनंद

वहीं गर्मियों में जब तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो देशी पक्षियों की प्रजातियों का आनंद लिया जा सकता है, जिनमें पेंटेड स्टॉर्क और ओपन बिल स्टॉर्क प्रमुख हैं। मानसून के दौरान, जुलाई से सितंबर तक यहां देशी पक्षियों की गतिविधियां अधिक सक्रिय रहती हैं।

उत्तराखंड सरकार का बड़ा कदम

इसी को लेकर उत्तराखंड सरकार ने इस क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाटर स्पोर्ट्स और इको-फ्रेंडली हट्स का निर्माण किया है। देहरादून से आसन बर्ड सेंचुरी तक की यात्रा केवल 90 मिनट में की जा सकती है, जिससे यह एक आदर्श दिन यात्रा गंतव्य बन जाता है। यहां आकर पर्यटक न केवल पक्षियों के अद्भुत दृश्य देख सकते हैं बल्कि प्रकृति की संपूर्ण सुंदरता का भी अनुभव कर सकते हैं।

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