शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में जिस तरह से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, वहीं सरकार भी कोरोना की संजीवनी को लेकर फोकस कर रही है. प्रदेश में जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है, सरकार अब उन्हें सेकेंड डोज के लिए अलग वैक्सीनेशन सेंटर बना दिया है.  बावजूद इसके टीकाकरण केंद्रों पर अव्यवस्थाओं का आलम थमने का नाम नहीं ले रहा है.

बता दें कि प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार को 45+ वालों को 50 सेंटरों पर कोरोना वैक्सीन लग रही है. वहीं 50 सेंटरों में से 16 सेंटर पर पात्रों को सेकेंड डोज का टीका लग रहा है. हालांकि अभी प्रदेश में 57 लाख लोगों को सेकेंड डोज का टीका लगना है.

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गौरतलब है कि प्रदेश में अबतक 73 लाख 34 हजार 496 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. जबकि दूसरा डोज सिर्फ़ 15 लाख 86 हजार 855 लोगों को लगा है.

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वैक्सीन सेंटर पर अव्यवस्थाओं का आलम
प्रदेश में कोरोना की संजीवनी तो लोगों को लग रही है, लेकिन राजधानी भोपाल में वेक्सीन सेंटर्स पर अव्यवस्थाओं का आलम भी देखने को मिल रही है. आपको बता दे कि शासन-प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्थओं का आलम ये है कि सेकेंड डोज का मैसेज आने के बावजूद भी लोगों को वैक्सीन नहीं लग रही है. जिससे लोग टीकाकरण केंद्रों पर परेशान हो रहे हैं. वहीं सरकार ने सेकेंड डोज की नई गाइडलाइन जारी कर दी है. अब नई गाइडलाइन के अनुसार पात्रों को 42 दिन बाद वैक्सीन का दूसरा डोज लगेगा. जबकि पहले 28 दिन में कोविशील्ड का दूसरा डोज लग रहा था.

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