संजीव कुमार तरून/बेतिया: स्पेशल निगरानी इकाई को बेतिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की लगातार मिल रही शिकायत के बाद हनक में आई. शुरुआती जांच के दौरान आरोप सही पाए जाने के बाद एसवीयू ने कोर्ट से अनुमति मांगी और कोर्ट के आदेश के बाद स्पेशल विजिलेंस की टीम ने गुरुवार की सुबह डीईओ के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू कर दी. 

भारी मात्रा में मिला कैश 

निगरानी इकाई बिहार के विभिन्न जिलों में एक साथ छापेमारी कर रही है. डीईओ के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश मिला है. कैश इतना अधिक है कि उसके लिए नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी है. रजनीकांत प्रवीण के पास आय से अधिक 1 करोड़ 87 लाख से अधिक की मिली है. इस संबंध में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(1)(b), 13(2) और 12 तथा बीएनएस 2023 की धारा 61(2)(a) के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

अवैध रूप से अर्जित धन

समस्तीपुर शहर के बहादुरपुर स्थित इनकी सास निर्मला शर्मा मध्य विद्यालय बहादुरपुर की सेवानिवृत्त एचएम रह चुकी है और एक बार राष्ट्रपति पुरूस्कार से सम्मानित हुई है. इनके आवास पर भी छापेमारी जारी है. रजनी कांत प्रवीण बिहार राज्य शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी हैं. वे वर्ष 2005 में सेवा में आए और दरभंगा, समस्तीपुर और बिहार के अन्य जिलों में शिक्षा अधिकारी के रूप में काम किया. उनकी सेवा की कुल अवधि लगभग 19-20 वर्ष है. तिरहुत एकेडमी में उनकी पत्नी डा. सुषमा कुमारी कार्यरत है. वर्तमान में ओपन माइंड बिरला स्कूल, दरभंगा की निदेशक/वास्तविक मालिक के रूप में कार्य कर रही हैं और रजनी कांत प्रवीण के अवैध रूप से अर्जित धन के वित्तीय समर्थन/निवेश से इस संस्थान को चला रही हैं.

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