राम कुमार यादव, सरगुजा। आपने बॉलीवुड की कागज फिल्म तो देखी ही होगी, जिसमें एक जिंदा आदमी को विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया गया था। इसके बाद वह शख्स अपने आप को जिंदा साबित करने के लिए सालों तक विभागों के चक्कर लगाता रहा। इस फिल्म में उस शख्स का रोल पंकज त्रिपाठी निभा रहे थे। ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला सरगुजा जिले के उदयपुर से सामने आया है। यहां एक युवक अपने जिंदा होने का प्रमाण लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा था। लल्लूराम डॉट कॉम को जब इस बात की जानकारी हुई तो हमने पीड़ित युवक से बात की, जिसमें उसने अपनी आपबीती सुनाई।
बता दें कि पीड़ित युवक का नाम दिलबंधु मझवार (उम्र 28 साल) है, जो कि सरगुजा जिले में उदयपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम घाटबर्रा का निवासी है। लल्लूराम डॉट कॉम को पीड़ित दिलबंधु ने बताया कि साल 2017 में परसा कोल ब्लॉक के लिए भूमि अधिग्रहण और उसके संबंध में अन्य कार्रवाई के तहत ग्राम-घाटबर्रा में ग्रामसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें मैं खुद मौजूद था। यह ग्रामसभा सरपंच, सचिव और अन्य सदस्यों के द्वारा आयोजित की गई थी, जिसकी उपस्थिति पंजी में मैंने अंगूठे का निशान लगाया था। कुछ दिनों पहले मुझे यह जानकारी मिली कि ग्रामसभा के उपस्थिति पंजी में उसके अंगूठे के निशान को फर्जी बताया गया है और 28.06.2016 को मृत घोषित कर कार्रवाई की जा रही है.
दिलबंधु ने बताया कि मेरे गांव के ग्राम पंचायत सचिव गोपाल राम यादव से भी संपर्क किया, जिनके द्वारा मुझे मेरा पंचनामा सभी साक्ष्यों के हस्ताक्षर लेकर दिया गया है। इसकी छायाप्रति मैं आज जिलाधीश और एसडीएम को जमा करा चुका हूं। मैंने ही जनपद पंचायत द्वारा परसा कोयला ब्लॉक के लिए 2017 में आयोजित ग्राम सभा के उपस्थिति पंजी में अपना अंगूठा लगाया है। मेरे मृत होने की झूठी खबर फैलाने के कारण मेरे अस्तित्व पर सवाल खड़ा किया गया है, जिससे मुझे बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत सचिव ने किया झूठी खबर का खंडन
इस मामले को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने जब ग्राम पंचायत सचिव गोपाल राम यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि जिस दिन गांव में ग्राम सभा आयोजित की गई थी, उस दिन मेरे समक्ष ही उपस्थित ग्रामवासियों ने हस्ताक्षर किए थे। इसमें से दिलबंधु को मीडिया के माध्यम से मृत होने की बात का पता चला है, जो कि सरासर गलत है। इस झूठी खबर का मैं खंडन करता हूं।
जांच के बाद होगी कार्रवाई – अपर कलेक्टर
सरगुजा के अपर कलेक्टर सुनील कुमार नायक ने बताया कि 2017 में परसा कोल ब्लॉक के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी ग्राम सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि उपस्थिति पंजी में उन व्यक्तियों के भी हस्ताक्षर हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है। मामले के संज्ञान में आने के बाद हम अपने स्तर पर जांच कर रहे हैं। इस बीच, ग्राम घाटबर्रा के निवासी दिलबंधु मझवार ने कार्यालय पहुंचकर यह बताया कि वह ग्राम सभा में मौजूद थे और उपस्थिति पंजी में अपना अंगूठा लगाया था। उसने अपने जीवित होने का प्रमाण देते हुए आवेदन प्रस्तुत किया है। इस मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि जब हमने मामले की तहकीकात की तो यह बात सामने आई कि दिलबंधु मझवार की मौत की फर्जी अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि दिलबंधु पूरी तरह से स्वस्थ है। वहीं ग्राम सचिव की मानें तो ग्राम सभा भी सही है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर किस षड्यंत्र के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि दिलबंधु की शिकायत के बाद प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है।”
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