कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में एक युवा ने उसके गांव में हो अवैध क्रशरों के संचालन और उसके जरिये सरकारी जमीन,रास्ते और नालो पर कब्जे की शिकायत कर मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि अवैध क्रशरों के कारण उसकी तीन भेंसे मर गयी। जबकि उसके द्वारा 2019 से अवैध क्रशरों पर रोक लगाने की शिकायत जिला प्रशासन और माइनिंग विभाग से की गई थी। ऐसे में अब उसने अपनी मृत भैंसों को इंसाफ दिलाने के लिए MP के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से दोषी अधिकारियों और अवैध क्रेशर संचालकों पर कार्रवाई की मांग की है।
तीन भैंसों को हो चुकी है मौत
दरअसल यह मामला ग्वालियर जिले के तुर्कपुरा गांव का है। जहां रहने वाले सूरज सिंह गुर्जर का आरोप है कि उसके गांव में सरकारी जमीन पर कब्जा करते हुए अवैध क्रशरों प्लांट संचालित हो रहे है। गोचर चरनोई की जमीन पर भी मुरम डालकर उस पर अवैध भंडारण किया जा रहा है, जिसके कारण गांव के पशुओं को चरने की जगह खत्म हो गयी है। इसके अलावा अवैध क्रशरों प्लांटो से होने वाली धूल से ग्रामीण वासियों के साथ ही मूक जानवर भी परेशान है। जिसके चलते उसकी तीन भैंसों की भी मौत हो चुकी है। जबकि उसके द्वारा साल 2019 से लगातार इसे रोकने के लिए कलेक्टर जनसुनवाई सहित जिला माइनिंग विभाग में शिकायत की जा रही थी। 2019 से लेकर 2025 तक वह दर्जनों शिकायतें कर चुका है। लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
अब इंसाफ दिलाने सीएम से लगाई गुहार
ऐसे में अब उसने अपनी मृत भैंसों को इंसाफ दिलाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से गुहार लगाई है। सूरज गुर्जर का कहना है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी पशुओं को पशुधन की संज्ञा दी है। ऐसे मे उसने शिकायतों पर कार्रवाई न करने वाले दोषी खनिज अधिकारियों, जिला प्रशासन के अधिकारियों और क्रेशर प्लांट संचालकों पर कार्रवाई की गुहार लगाई है। वही शिकायतकर्ता सूरज सिंह गुर्जर की शिकायत को लेकर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार का कहना है कि जो शिकायत मिली है उसको लेकर खनिज विभाग को निर्देशित किया है कि वह जांच कर उचित कार्रवाई करें।
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