जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने सोमवार को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसका कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बताई गई हैं. इस बीच आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadda) ने उनके इस्तीफे पर प्रतिक्रिया दी है. अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि वे माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं, जो ‘चिकित्सा आधार’ का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ये तस्वीरें पिछले बुधवार की हैं, जब उन्हें उनके आधिकारिक आवास पर मिलने का अवसर मिला.

मैं आखिरी सांसद था- चड्ढा

उन्होंने उल्लेख किया कि उनके इस्तीफे से पहले, जब वे अध्यक्ष थे, तब सदन में बोलने वाला अंतिम सांसद वे थे. इसके साथ ही चड्ढा ने जगदीप धनखड़ के साथ अपनी तस्वीरें भी साझा की.

सब्जीवाले को 29 लाख का GST नोटिस, सिर्फ 4 साल में UPI से किया करोड़ों का लेनदेन, जानें क्या है पूरा मामला

स्वास्थ्य का दिया हवाला

जगदीप धनखड़ ने अपने एक्स हैंडल पर इस्तीफे की घोषणा करते हुए लिखा कि वह स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने भारत की राष्ट्रपति के प्रति उनके समर्थन और अपने कार्यकाल के दौरान बने सकारात्मक संबंधों के लिए अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की.

मैं प्रधानमंत्री और माननीय मंत्रिपरिषद के प्रति अपनी गहरी आभार व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन मेरे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है, और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ सीखा है.

‘शादी में मिली हर चीज स्त्री धन नहीं होती…’ तलाक के मामले में कोर्ट ने सुनाया फैसला, महिला की याचिका खारिज

‘तहे दिल से रहूंगा आभारी’

जगदीप धनखड़ ने कहा कि संसद के सभी सदस्यों से उन्हें जो गर्मजोशी, विश्वास और स्नेह मिला है, वह हमेशा उनके मन में रहेगा. वे हमारे महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में प्राप्त अनुभवों और अंतर्दृष्टियों के लिए दिल से आभारी हैं.

जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस महत्वपूर्ण समय में भारत की अद्वितीय आर्थिक प्रगति और अभूतपूर्व विकास को देखना और उसमें भाग लेना मेरे लिए एक विशेष सौभाग्य और संतोष की बात रही है.

ABVP का दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, छात्रों की मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी

‘उपलब्धियों पर गर्व’

यह मेरे लिए एक महान सम्मान रहा है कि मैंने हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस महत्वपूर्ण दौर में सेवा की. इस प्रतिष्ठित पद से विदाई लेते समय, मैं भारत की वैश्विक प्रगति और अद्वितीय उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा हूं, और इसके उज्ज्वल भविष्य में मेरी अटूट आस्था है.