लोकसभा सैशन के मानसून सत्र के लिए निलंबित किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी सांसद सुशील रिंकू (AAP MP Sushil Rinku) का बयान सामने आया है।
रिंकू ने कहा है कि उन्हें इस बात का अफसोस नहीं है कि लोगों के लिए आवाज उठाने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए उन्हें निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि जब निर्वाचित सरकार की शक्तियां गैर निर्वाचित और नौकरशाहों को दी जाती हैं तो यह एक तरह से संविधान का अपमान है। उन्होंने कहा कि अदालत तय करेगी कि कौन भ्रष्ट है और कौन नहीं।
संसद के मानसून सत्र के दौरान गुरुवार (3 अगस्त) को लोकसभा में दिल्ली सेवा बिल (Delhi Ordinance Bill) पर बहस के दौरान काफी हंगामा देखने को मिला. इस दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू (Sushil Kumar Rinku) ने बिल की कॉपी फाड़कर चेयर की तरफ फेंक दिया, जिसके बाद उन्हें लोकसभा के बाकी बचे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. संसद से निलंबित होने के बाद आप नेता सुशील कुमार रिंकू का बयान सामने आया है.
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