नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी ने देश की आर्थिक व्यवस्था में उत्पादन क्षेत्र की भागीदारी में आ रही गिरावट के लिए केंद्र सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार बताया है. आप की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि देश में नए रोजगार की बजाय बेरोजगारी बढ़ रही है.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक तिमाही के उत्पादन नतीजे इस तरह दिखाती है, जिससे लगे कि बहुत तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने विश्व बैंक के आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि वर्ष 2014 में उत्पादन क्षेत्र की जीडीपी में 16 फीसद थी, जो कि 2022 में घटकर महज 13.32 फीसदी रह गया है. यही वजह है कि बेरोजगारी बढ़ गई है.

पार्टी कार्यालय में मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2014 में मेक इन इंडिया योजना लेकर आई. इसके प्रचार प्रसार पर 450 करोड़ रुपये खर्च किए गए. इस योजना का लक्ष्य वर्ष 2022 तक देश की जीडीपी में उत्पादन क्षेत्र का योगदान 25 फीसदी करना और 10 करोड़ नौकरियां पैदा करनी थी. आज नतीजे बिल्कुल उसके उलट है. नए रोजगार के बजाए बेरोजगारी बढ़ी है. उत्पादन क्षेत्र की जीडीपी में भागीदारी भी कम हुई है.

उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के अनुसार भारत का उत्पादन क्षेत्र बहुत बड़े संकट में है. ऐसी स्थिति देश में 1970 में थी. इसके बाद वर्ष 1991 में आर्थिक उदारीकरण की नीति बनी और देश में काफी काम हुआ, लेकिन वह अब फिर स्थिति ठीक नहीं है.