पंजाब में धान के उठाव के मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। राज्य और केंद्र सरकार आमने-सामने हैं। इसी सिलसिले में आज आम आदमी पार्टी (AAP) केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। चंडीगढ़ स्थित पंजाब भाजपा कार्यालय का घेराव किया गया। ‘AAP’ नेता सेक्टर-37 स्थित बत्तरा थियेटर के पास इकट्ठा हुए।

वे भाजपा कार्यालय की ओर भी मार्च करेंगे। इस प्रदर्शन में AAP के कार्यकर्ता, किसान विंग के नेता, विधायक और मंत्री शामिल होंगे। प्रदर्शन की अगुवाई हरजोत सिंह बैंस, हरभजन सिंह ईटीओ और तरनप्रीत सिंह करेंगे। चंडीगढ़ पुलिस ने भी पूरे प्रबंध किए हैं और प्रदर्शनकारियों को वहां पहुंचने से रोकने की कोशिश कर रही है।

AAP ने लगाए आरोप


AAP नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार धान के उठाव मुद्दे पर शुरू से ही गंभीर रही है। सांसद मलविंदर सिंह कंग का कहना है कि पंजाब का फूड सप्लाई विभाग मार्च से ही एफसीआई और केंद्रीय मंत्रालय को पत्र लिख रहा था, लेकिन केंद्र सरकार ने 9 महीनों तक कोई कार्रवाई नहीं की।

फूड सप्लाई विभाग ने 5 मार्च को एफसीआई को पत्र लिखा, फिर 11 मार्च, 13 मार्च, 19 मार्च और 22 मार्च को पत्र भेजा। इसके बाद 14 और 27 जून को भी पत्र लिखे गए। 3 सितंबर को भी पत्र भेजे गए, कुल मिलाकर 15 पत्र लिखे गए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री दिल्ली जाकर केंद्रीय मंत्रियों से भी मिले हैं।

अब पंजाब भाजपा भी धान की लिफ्टिंग को लेकर सक्रिय है। ऐसे में दोनों पार्टियों के नेता किसानों का दिल जीतने में लगे हुए हैं। इसे 13 नवंबर को चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सोमवार को वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में ‘AAP’ नेताओं का एक दल राज्यपाल से मिला। इसमें केंद्र सरकार से धान की लिफ्टिंग में तेजी लाने की मांग की गई।