टुकेश्वर लोधी, आरंग। आरंग क्षेत्र में महानदी से अवैध रेत खनन और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई के लिए आखिरकार आरंग राजस्व विभाग को सामने आना पड़ा है. आरंग एसडीएम और तहसीलदार की संयुक्त कार्रवाई कर पारागांव से रेत का अवैध परिवहन कर रहे 5 हाइवा को पकड़ा है. आगे की कार्रवाई के रायपुर खनिज विभाग को निर्देशित किया गया है.

बता दे कि खनिज विभाग की निष्क्रियता के चलते आरंग क्षेत्र में महानदी से अवैध रेत खनन और परिवहन जोरों पर है. रेत माफिया धड़ल्ले से महानदी से 24 घंटे रेत निकाल रहे है. खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही नही करने पर अब आरंग राजस्व विभाग को कार्रवाई करनी पड़ रही है. इससे पहले भी आरंग राजस्व विभाग कई बार कार्रवाई कर चुका है, लेकिन इसके बाद भी रेत माफिया का हौसले बुलंद हैं.

दूसरी ओर रेत माफिया बरसात के मौसम के पहले ही मुनाफा कमाने के लिए अवैध रूप से रेत का भंडारण शुरू कर दिया है. आरंग क्षेत्र में कुरूद, चिखली, हल्दीडीह, कागदेही, करमंदी, समोदा, चपरीद, गुदगुदा, बेनीडीह, राटाकाट, पारागांव, गौरभाट, कुम्हारी में रेत माफिया खाली पड़ी सरकारी जमीन या निजी खाली प्लाट का उपयोग कर लाखों रुपए की कमाई करते हैं. इसके बदले ये सरकार को किसी प्रकार का टैक्स नहीं देते हैं.

बता दें कि बारिश आते ही नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है. जिससे नदी से रेत निकालना मुश्किल हो जाता है. इस दौरान रेत माफिया भंडार किए हुए रेत को ज्यादा दामों में बेच कर ज्यादा मुनाफा कमाते हैं, इसलिए रेत माफियाओं ने अभी से ही रेत का अवैध भंडारण शुरू कर दिया है.

आरंग एसडीएम विनायक शर्मा ने स्पष्ट किया कि आरंग क्षेत्र में कुछ स्थानों में रेत के भंडारण की अनुमति है, वहीं रेत के अवैध भंडारण के बारे जानकारी इकट्ठा किया जा रहा है, जैसे ही अवैध भंडारण के जगहों के बारे में जानकारी मिलते ही राजस्व विभाग अलग-अलग टीम बनाकर कार्रवाई करेगी. बता दें कि पारागांव में कार्रवाई के दौरान आरंग एसडीएम विनायक शर्मा के साथ तहसीलदार नरेन्द्र बंजारा शामिल थे.