हकीमुद्दीन नासिर, महासमुन्द। आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से दस फरवरी को लांच किए गए सेटेलाइट एसएसएलवी-डी2 की महासमुंद जिले की शासकीय आशी बाई गोलछा उच्चतर माध्यमिक शाला की छात्राएं गवाह बनीं. रॉकेट के आसमान में सैटेलाइट के सफल लांचिंग के साथ ही छात्राएं भावविह्ल हो गईं, क्योंकि सैटेलाइट में लगे चिप के ताप और दाब की उन्होंने प्रोग्रामिंग की थी.
मिशन आजादी सेट – 2 के लिए स्पेश कीड्स इण्डिया ने महासमुंद जिले के शासकीय आशी बाई गोलछा उच्चतर माध्यमिक शाला के दस छात्राओं को चिप में प्रोग्रामिंग के लिए चयन किया था. स्कूल के एटीएल लैब इंचार्ज के मदद से इन छात्राओं ने उस चिप में ताप और दाब आदि की प्रोग्रामिंग कर उस चिप को श्रीहरिकोटा भेजा था, जिसे सैटेलाइट में लगाया गया.
इस सैटेलाइट के प्रक्षेपण के समय महासमुंद की दसों छात्राएं भी श्रीहरिकोटा में मौजूद थी. सैटेलाइट की लांचिंग के बाद श्रीहरिकोटा से लौटकर आईं छात्राएं काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि हमें पहली बार मौका मिला था, और हम बहुत खुश थे. हमे वहां कुछ नया जानने और सीखने के लिए मिला. इसके साथ ही इस बात का अहसास हुआ कि हम भी विज्ञान के क्षेत्र में बहुत कुछ कर सकती हैं और अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी आगे बढ सकती हैं.
गौरतलब है कि एसएसएलवी- डी1 के साथ प्रक्षेपित मिशन आजादी सेट – 1 सैटेलाइट के लिए भी इन छात्राओं ने चिप लेवल की प्रोग्रामिंग की थी, लेकिन रॉकेट का प्रक्षेपण किन्ही कारणों से सफल नहीं हो पाया था. अबकी बार सफल प्रक्षेपण से इन छात्राओं का उत्साह आसमान पर है.
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