Ayodhya Gang Rape Case. अयोध्या में मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना के मामले में सपा नेता अबू आजमी ने एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात करना कुछ विशेष लोगों के लिए आसान होता है, जबकि आम लोगों को यह सुविधा नहीं मिलती. उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाया कि अगर बलात्कार हुआ है तो दोषियों को फांसी मिलनी चाहिए, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि यह समाजवादी पार्टी और मुसलमानों को बदनाम करने के लिए एक साजिश का हिस्सा हैं.

अबू आजमी ने कहा कि यह मामले की जांच और कार्रवाई में राजनीति का तत्व जोड़ा जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बलात्कार के मामलों में भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है और वर्तमान घटना में भी कुछ साबित नहीं हुआ है, फिर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन्होंने यह भी कहा कि संविधान में कहीं भी आरोपी के घर को तोड़ने का प्रावधान नहीं है और अगर अवैध निर्माण हुआ था तो अधिकारियों को पहले कार्रवाई करनी चाहिए थी.

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मायावती के राज में भी गिराए गए कई बेगुनाह लोगों के घर – अबू

आजमी ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के राज में भी कई बेगुनाह लोगों के घर गिराए गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि मोईद खान पर लगे आरोपों को लेकर बिना सबूत के कार्रवाई की जा रही है और यह जांच उन्हीं लोगों द्वारा की जा रही है जो सरकार में हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़िताओं को मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समझाकर बुलाया जाता है, जो अन्य लोगों के लिए संभव नहीं होता. उनके अनुसार, अगर मोईद खान के खिलाफ कोई ठोस सबूत मिले तो ही कार्रवाई होनी चाहिए, और वर्तमान में इस मामले में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं हो रहा है.

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