सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मंगलवार को महात्मा गाँधी उद्यानिकी विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार और सहायक प्राध्यापक के पदों की भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाते हुए कुलपति को हटाने प्रदर्शन किया. परिषद के कार्यकर्ताओं ने इसके साथ सहायक प्राध्यापक नियुक्ति में गड़बड़ी के संबंध में राज्यपाल बी हरिचंदन के नाम ज्ञापन सौंपा. इसे भी पढ़ें : अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह, गांवों से शहर तक दीपावली सा त्योहार मनाने की तैयारी

अभाविप प्रदेश मंत्री यज्ञदत वर्मा ने कहा महात्मा गाँधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के 35 पदों की भर्ती प्रक्रिया में भारी अनियमितता बरती गई है. पदों लिए बनाए गए स्कोर कार्ड में भारी गड़बड़ी सामने आयी है. यूजीसी के गाइड लाइन के अनुसार, पीएचडी और नेट की परीक्षा के लिए पृथक-पृथक अंक देना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जिसके कारण बड़ी संख्या में पीएचडी उम्मीदवार के स्थान पर गैर पीएचडी अभ्यर्थियों का चयन व नियुक्ति की गई.

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वहीं सहायक प्राध्यापक की चयन समिति के गठन में भी दोषपूर्ण प्रक्रिया अपनाए जाने का आरोप लगाया गया. परिषद के कृषि छात्र कार्य संयोजक निखिल तिवारी ने कहा कि चयन समिति में कुलसचिव द्वारा साक्षात्कार के अंक दिए गए थे, परंतु कुछ अभ्यर्थियों के चयन में कुलसचिव को अंक देने से रोक दिया गया था. साथ में सहायक प्राध्यापक की नियुक्तियों को अनुमोदन देने वाले प्रबंध मंडल का गठन भी त्रुटिपूर्ण किया गया था.

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कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि नामांकित व्यक्ति एवं विशेषज्ञ विश्वविद्यालय अधिनियम के अनुरूप नहीं थे. इससे छत्तीसगढ़ प्रदेश के पात्र एवं पीएचडी उपाधि प्राप्त अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में कम अंक देकर अन्य प्रदेश के उम्मीदवारों की नियुक्ति की गई थी. परिषद ने इसके साथ विश्वविद्यालय कुलपति पर सहायक प्राध्यापक के अभ्यर्थियों को बैक डेट पर ज्वाइनिंग करवाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए उनकी बर्खास्त की मांग की गई. मांग नहीं माने जाने पर चरणबद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दी गई.