भारत के कई राज्यों में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है और इस भीषण गर्मी से निपटने के लिए एयर कंडीशनर की जरूरत पड़ती ही है. हालांकि, जैसा ही गर्मियों का सीजन शुरू होता है तो एसी की सर्विसिंग करानी होती है. कई बार सर्विसिंग कराने के बाद भी एसी कूलिंग नहीं करता है. एसी का कूलिंग न करना 5 कारणों से हो सकता है. यहां हम आपको वो पांच कारण और उनके समाधान बता रहे हैं.

टर्बो मोड का करें इस्तेमाल

एसी से इंस्टेंट कूलिंग पाने के लिए एसी को हमेशा टर्बो मोड में ही ऑन करें. इससे एसी का कंप्रेसर तुरंत एक्टिव हो जाता है और ठंडी हवा जनरेट होने लगती है. टर्बो मोड पावर ज़्यादा खींचता है, इसलिए कमरा ठंडा होने के बाद एसी को नॉर्मल मोड पर सेट करना ना भूलें. अपने एसी फिल्टर को क्लीन जरूर कर लें. अगर संभव हो तो फिल्टर को हर दो या तीन हफ्ते में इसे साफ करें. इससे एयरफ्लो बेहतर होता है और कूलिंग भी अच्छी होती है. ये जरूर देख लें कि फिल्टर वेंट में कोई डस्ट ना हो.

कंडेनसर कॉइल को करें चेक

स्प्लिट एसी का एक हिस्सा तो घर के अंदर लगा रहता है लेकिन कंडेनसर कॉइल वाला हिस्सा घर के बाहर होता है जिससे कमरे की गर्म हवा बाहर निकलती है. क्योंकि ये हिस्सा बाहर लगा होता है तो इसमें भी धूल मिट्टी या कई बार पक्षी अपना घोंसला लगा देते हैं. इसकी वजह से कंडेनसर कॉइल कमरे की गर्म हवा को सही से बाहर नहीं फेंकती और कमरा जल्दी ठंडा नहीं होता. आप कंडेनसर कॉइल को साफ करने के लिए ब्रश या वॉटर स्प्रे की मदद ले सकते हैं.

रूम को रखें बंद

कमरे की खिड़की और दरवाजा खुला रहने पर रूम जल्दी ठंडा नहीं हो पाता है. इसलिए एसी चलाने से पहले कमरे का दरवाज़ा और खिड़की अच्छे से बंद कर लें. साथ ही कमरे की सारी ओपनिंग भी बंद कर दें.

आउटडोर यूनिट को सीधी धूप में न रखें

अगर आपके पास स्प्लिट एसी है तो ज्यादा गर्मी में बाहरी इकाई पर पड़ने वाली सीधी धूप भी कूलिंग को प्रभावित कर सकती है. इसलिए, सुनिश्चित करें कि बाहरी इकाई को छायांकित क्षेत्र में रखा गया है. इसके साथ ही एयरफ्लो या आउटडोर यूनिट के आसपास के क्षेत्र को हमेशा साफ रखें ताकि उसमें उचित एयरफ्लो हो सके. इसके साथ ही किसी भी बड़ी वस्तु को आउटडोर यूनिट के पास न रखें जो हवा के प्रवाह को बाधित कर सकती है.