रजनी, रायपुर। रायपुर के बांस टाल के स्वीपेर्स कॉलोनी की छत अचानक गिर गई जिससे वहां सो रहा एक गरीब गंभीर रुप से घायल हो गया. घायल को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जिस मकान में वो रह रहा था वो नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के रहने के लिए बना मकान है जो खंडहर का रुप ले चुकी है. लल्लूराम डॉट कॉम ने 20 मई को अपनी रिपोर्ट में बताया था कि यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. क्योंकि बेदह जर्जर हालत में यहां करीब 500 गरीब लोग जान जोखिम में डालकर रह रहे हैं.
हादसा आधी रात को हुआ. जब छत अपने कमरे में सो रहे सुनिल लंगोटे पर गिर गयी और सुनिल लंगोटे का चेहरा और कान भोत ही बुरी तरह ज़ख़्मी हो गया.गंभीर हालत में जब इलाज़ के लिए मेकाहारा ले जाया गया. तो वहां कई घंटे तक इंतज़ार करने के बाद भी कोई डॉक्टर नहीं आया. जिसके बाद मरीज़ को एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. मरीज़ को अब तक होश नहीं आया है और उसकी हालत नाज़ुक बनी हुयी है.
यहाँ के लोग पिछले 19 से आवास के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. अब मामला हाईकोर्ट जा पहुंचा है. पीएम कार्यालय से तीन बार इन घरों को बनाने का निर्देश आ चुका है. डीपीआर बनायीं जा चुकी है,दो बार इसके लिए 92लाख और 55करोड़ की राशि भी आबंटित हो चुकी है. लेकिन ये खंडहर ज्यों का त्यों है.
रायपुर नगर निगम के मेयर प्रमोद दूबे यह कहके अपना पल्ला झाड़ रहा है उनको बीएसयुपी के मकानों में शिफ्ट किया जायेगा .लेकिन इसके लिए कोई कोशिश नहीं की गई. मकान कि हालत ऐसी है हल्की बारिश में भी पूरी कॉलोनी ढह सकती है.