बलौदाबाजार। जिले से एक बड़े फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. जिसमें आरोपी लोगों से पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर वसूली करते थे. मामले में प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

दरअसल, सोमवार को लवन चौकी के गदहीडीह निवासी यशवंत वर्मा ने फर्जी पुलिस चरित्र सत्यापन बनाए जाने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई। प्रार्थी ने बताया कि प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के लिए उसे पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र की जरुरत थी. इसके अलावा यशवंत को अपने दो भाइयों के लिए भी सर्टिफिकेट बनवाना था. इसके लिए बीते 2 अगस्त को उसने अभिजीत खूंटे नाम के व्यक्ति से प्रमाण पत्र बनवाया. इसके लिए अभिजीत ने 500 रुपये प्रति प्रमाण पत्र की मांग की. जिस पर प्रार्थी ने आरोपी को कुल 1500 रुपये फोन-पे किया. जिसके कुछ देर बाद प्रार्थी के वाट्सअप पर चरित्र प्रमाण पत्र आ गया.

दो लोग मिलकर देते थे कार्य को अंजाम

इतनी जल्दी सब कुछ होने से प्रार्थी को शक हुआ. जिसके बाद उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई. शिकायत पर पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी अभिजीत को बिलासपुर को पकड़ा. उसने अपने साथ एक अन्य व्यक्ति के शामिल होने की बात कही. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने चंद्रप्रकाश कुर्रे नाम के व्यक्ति को धर दबोचा. अभिजीत ने बताया कि वे लोग मोबाइल एप के जरिए फर्जी प्रमाण पत्र बनाते थे. बाकायदा उसमें एसपी की सील और साइन भी होता था. इस बयान के आधार पर पुलिस ने मंगलवार को चंद्रप्रकाश को भी गिरफ्तार कर लिया. वहीं दोनों को न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया है.

बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस की अपील

बता दें कि पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र की पूरी प्रक्रिया केवल संबंधित पुलिस कार्यालय की ओर से ही की जाती है. इसलिए फर्जी पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र बनाने वाले किसी फर्जी गिरोह या फर्जी आदमी के बहकावे में ना आएं. इस तरह के किसी भी फर्जीवाड़े की सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचना देकर एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दें.

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