मस्तुरी। लड़कियों को मोबाइल के जरिए अश्लील मैसेज भेजने वाला शातिर आरोपी आखिरकार मस्तुरी पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. आरोपी पुलिस से बचने के लिए नए नंबर पर व्हाट्सएप एक्टिव कर उस नंबर को बंद कर दिया करता था. आरोपी ने सात लड़कियों को अश्लील मैसेज भेजा था. सायबर सेल से मिली मदद के जरिए 50 से अधिक संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच कर पुलिस टीम शातिर आरोपी तक पहुंची.
जानकारी के अनुसार, थाना मस्तूरी क्षेत्र की पीड़ित युवती थाना में प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराई कि अज्ञात व्यक्ति व्हाट्सएप के जरिए अश्लील मैसेज भेज रहा है. उस नंबर पर कॉल करने पर नंबर बंद आता है. अज्ञात व्यक्ति उसे और उसके सहेलियों को भी अश्लील मैसेज भेजने के साथ उनकी फोटो की मांग करता है. यही नहीं मिलने के लिए भी दबाव डाला जाता है. मामले में मस्तूरी पुलिस के द्वारा अपराध क्रमांक 380/2020 धारा 509 ख भादवी. पंजीबद्ध कर जांच में जुट गई.
मामले में थाना प्रभारी मस्तूरी फैजुल शाह ने अज्ञात युवक की पतासाजी के लिए पुलिस टीम का गठन किया. इसके लिए साइबर सेल से अहम तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए गए और 50 से अधिक नंबरों को फिल्टर कर आरोपी की पतासाजी की गई. जिसके आधार पर गतौरा, थाना मस्तुरी निवासी 22 वर्षीय रितेश यादव पिता फागूराम यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.
आरोपी ने अपना अपराध कबूल करते हुए बताया कि वह पिछले दो-तीन महीने से कुछ युवतियों को व्हाट्सएप के जरिए मैसेज कर परेशान किया करता था, तथा वह उनसे मिलने को बोला करता था, और उनकी फोटो की मांग किया करता था। मामले में किसी प्रकार से पुलिस कार्यवाही ना हो इससे बचने के लिए वह व्हाट्सएप नम्बर एक्टिवेट करने के बाद उस नंबर को बंद कर दिया करता था.
पुलिस टीम के द्वारा सख्ती से पूछताछ की गई तब युवक द्वारा जिस नंबर से व्हाट्सएप एक्टिवेट कर अश्लील मैसेज भेजे गए थे, साथ ही घटना में प्रयुक्त मोबाइल को पुलिस टीम के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे पुलिस द्वारा विधिवत जब्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय रिमांड पर प्रस्तुत किया गया. इस कार्रवाई में थाना प्रभारी मस्तूरी फैजुल शाह के साथ प्रधान आरक्षक मनोज राजपूत और आरक्षक धर्मेन्द्र साहू की सराहनीय भूमिका रही.