प्रतीक चौहान. रायपुर. आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर और स्टॉफ पर चाकू और पंच टिकाने का एक बड़ा मामला बिलासपुर से सामने आया है. लल्लूराम डॉट कॉम को बिलासपुर के आईजी ऑफिस में पदस्थ पुष्ट सूत्रों ने इस पूरे मामले की पुष्टि की.

 सूत्रों ने इस पूरे मामले में दो अलग-अलग दावे किए है. हालांकि दोनों मामलों में जोनल एसआईबी सवालों के घेरे में हैं, क्योंकि उन्होंने पूरा मामला छिपा लिया. लल्लूराम डॉट कॉम ने जब इसकी पड़ताल शुरू की तो इसकी भनक महकमे में धीरे-धीरे लगी और संभवतः मामला अब जाकर आईजी को इसकी जानकारी दी गई है, या ये भी हो सकता है कि जानकारी न भी दी गई हो.

आईजी ऑफिस के सूत्रों के दावों के मुताबिक कल (गुरूवार को) बिलासपुर सेटलमेंट पोस्ट के कुछ स्टॉफ एक सटोरिए से वसूली के लिए गए हुए थे, जहां विवाद हुआ और आरपीएफ की गाड़ी में तोड़फोड़ हुई और सटोरिए के साथ हाथा-पाई भी हुई.

दूसरी जानकारी ये भी सामने आ रही है कि एक रेलवे कांट्रेक्टर के साथ मारपीट की घटना हुई. जिसकी जानकारी आरपीएफ को मिली और टीम आरोपी को पकड़ने पहुंची तो उसने आरपीएफ की गाड़ी में हमला किया और गाड़ी के कांच फोड़ दिए. इसके बाद टीम दोबारा आरोपी के घर पहुंची. जहां पर आरोपी ने चाकू और पंच आरपीएफ अधिकारी और स्टॉफ पर टिकाया, जिसके बाद टीम वापस वहां से निकल गई.

ये पूरी जानकारी कल देर रात तक जोनल एसआईबी के संज्ञान में आ चुकी थी. सूत्रों का दावा है कि ये पूरा मामला जोनल एसआईबी ने आईजी से छिपा लिया.

सूत्रों ने ये भी दावा किया है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी आरपीएफ ने कही इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराई है और शासकीय गाड़ी को बनाने के लिए एक गैरेज में कल देर रात ही छोड़ दिया गया था.

हालांकि ये आरपीएफ की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि सूत्रों के दोनों दावों में से कौन सा दावा सही हैं, लेकिन अब सवाल ये है कि आईजी इस पूरे मामले की जांच किससे करवाने वाले हैं, क्योंकि चंद दिनों पहले ही आईजी के ट्रांसफर का ऑर्डर भी आ चुका है और अब उनके जाने की तैयारी है.