कन्नौज. भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात के खिलाफ कन्नौज में पुलिस कार्रवाई पर बाधा डालने और हमला करने का मामला शनिवार को दर्ज किया है। पूरा मामला मामला सदर कोतवाली इलाके का है।

दरअसल, कन्नौज के प्रेम नगर निवासी दीपू ने पुलिस को सूचना दी कि वह उन्नाव जिले में किराए के मकान में रहता है। उसके भाई नीलेश का शुक्रवार शाम कन्नौज निवासी प्रभाकर कुशवाहा, सागर शर्मा, विशाल कटियार और अभिषेक दुबे ने अपहरण कर लिया। दीपू ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसके भाई की जान को खतरा है।

पुलिस को नीलेश की लोकेशन कन्नौज स्थित एक जिम में मिली। रात करीब 10:30 बजे यहां उन्नाव पुलिस ने छापा मारकर नीलेश को बरामद कर लिया। साथ ही एक आरोपित को पकड़ लिया। पुलिस दोनों को लेकर कन्नौज की मंडी चौकी लेकर गई। जहां से कुछ समय बाद उन्नाव के लिए निकल गई।आरोपित भाजपा कार्यकर्ता बताया जा रहा है।

उसके गिरफ्तार होने की सूचना पर सैकड़ों लोग मंडी चौकी पहुंच गए। यहां जमकर हंगामा किया। पुलिस कर्मियों से जमकर नोकझोंक की। उन पर हमला कर दिया। जिला अस्पताल में पुलिसकर्मियों ने मेडिकल परीक्षण कराया है। फिलहाल इसी मामले में भाजपा सांसद सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात के खिलाफ कन्नौज में मामला दर्ज किया गया है।

वहीं सुब्रत पाठक पर एफआईआर दर्ज होने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, “आज की ताजा खबर. पुलिसवालों ने की कन्नौज के बीजेपी सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफआईआर. जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोजर के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए.”