नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने राष्ट्रीय राजधानी के चांदनी चौक इलाके में एक ट्रस्ट की संपत्ति बेचने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि 59 वर्षीय मुकेश तुलस्यान को चांदनी चौक इलाके में स्थित तुलस्यान धर्मशाला ट्रस्ट को 35 लाख रुपये में बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, हालांकि संपत्ति की बाजार कीमत करीब 15 करोड़ रुपये आंकी गई है.

बीजेपी का बड़ा हमला- ‘नरेंद्र मोदी के PM बनने से पहले कांग्रेस के शासनकाल में भारत आंशिक रूप से एक मुस्लिम राष्ट्र था’

दिल्ली पुलिस ने कहा कि ‘तुलस्यान धर्मशाला ट्रस्ट’ की स्थापना दिवंगत जमना दास और आरोपी मनोज तुलस्यान के पिता लेफ्टिनेंट राधे श्याम सहित 5 ट्रस्टियों ने की थी. बाद में राधेश्याम ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी बने. मौत के बाद उनकी पत्नी पुष्पा देवी को इस पद के लिए नियुक्त किया गया था और बाद में आरोपी मनोज तुलस्यान ट्रस्ट में मैनेजिंग ट्रस्टी बन गए.

दिल्ली: तीनों नगर निगमों में 23 नवंबर से 26 नवंबर के बीच पेश होगा बजट

पुलिस ने कहा कि ट्रस्ट के इस प्रावधान के विपरीत कि ट्रस्ट की कोई भी संपत्ति किसी को नहीं सौंपी जा सकती, आरोपी ने खुद को ट्रस्ट के संस्थापक दिवंगत जमना दास के पोते के रूप में प्रतिरूपित किया और संपत्ति को 35 लाख रुपये में बेच दिया. पुलिस ने बताया कि शरवन अग्रवाल नाम के शख्स की शिकायत पर 25 मई को इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था. अग्रवाल ने अपनी शिकायत में कहा कि मनोज तुलस्यान ने खुद को ट्रस्ट के संस्थापक दिवंगत जमना दास का एकमात्र मालिक और कानूनी वारिस बताकर 35 लाख रुपये में ट्रस्ट की 15 संपत्तियां बेची हैं.

 

आरोपी को किया गया गिरफ्तार

जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि आरोपी तीन महीने से फरार था, हालांकि पुलिस तुलसीमार को शालीमार बाग से पकड़ने में कामयाब रही. पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया.