सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के चाचा को गोली मारने की घटना में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामला जमीन विवाद से जुड़ा है, जिसमें तीन आरोपियों में से स्थानीय निवासी है, वहीं एक आरोपी झारखंड का रहने वाला है. इसे भी पढ़ें : पंडो बहुल्य ग्राम पंचायत में शासकीय राशन दुकान से राशन वितरण में गड़बड़ी, संचालक की शिकायत…

बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि तीन आरोपी शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के निवासी हैं, जबकि पिस्टल उपलब्ध कराने वाले आरोपी को झारखंड के डाल्टनगंज से गिरफ्तार किया गया है. जमीन विवाद की वजह से इस घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई. उन्होंने बताया कि मामले में शामिल अन्य आरोपियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.

मामले में गिरफ्तार आरोपियों में शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम परेवा निवासी सुकेश यादव पिता जंगी राम यादव (22 वर्ष), ग्राम गिरजापुर निवासी संतोष पैंकरा उर्फ बोखा पिता स्व. भदेश्वर (25 वर्ष) और उसका सगा बड़ा भाई विश्वनाथ पैंकरा (28 वर्ष) और झारखंड के डाल्टनगंज सिंचाई कॉलोनी निवासी अश्विनी चौबे पिता सत्यनारायण चौबे (28 वर्ष) शामिल हैं.

पुलिस ने आरोपियों से घटना में प्रयुक्त पिस्टल, 4 खाली कारतूस, 1 मैग्जीन, 2 जिंदा कारतूस, 2 बाइक व एक मोबाइल जब्त किया है. पुलिस ने चारों को धारा 109, 3(5) बीएनएस तथा 25-27 आर्म्स एक्ट के तहत सोमवार की शाम जेल भेज दिया है.

बता दें कि शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत कांग्रेस नेता सुखू प्रसाद यादव के छोटे भाई और युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजेश यादव के चाचा वासुदेव यादव (55 वर्ष) को 19 अक्टूबर की शाम खेत लौटते समय बुकुड़दुवारी जंगल के पास 2 नकाबपोशों ने गोली चलाई थी. इसमें से एक गोली उनके पेट में लग कर आरपार हो गई थी, वहीं दूसरी गोली उनके हाथ को छूकर निकल गई थी.

घटना को अंजाम देने के बाद युवक फरार हो गए थे, वहीं गोली लगते ही वासुदेव घायल होकर जमीन पर गिर गए थे. इसी दौरान पीछे से आ रहे उनके भतीजे संजू यादव ने यह देख अपने छोटे भाई राकेश यादव को फोन किया तो वह जीप लेकर पहुंचा और उन्हें शंकरगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया था. परिजन अंबिकापुर से उन्हें रायपुर ले गए हैं, जहां उनका इलाज जारी है.