लोकेश साहू, धमतरी. समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान में रेत और भूसा मिलाने के मामले में समिति प्रबंधक और फड़ प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. मगरलोड पुलिस की इस कार्रवाई से समिति संचालकों में हड़कंप मच गया है. बता दें कि शासन द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की गई है. सोसायटियों में खरीदे गए धान को राइस मिलरों के द्वारा कस्टम मिलिंग के लिये उठाव किया जा रहा है. जिले के कई अन्य सोसायटी की तरह खिसोरा समिति के नवागांव सोसायटी में भी हजारों क्विंटल धान उठाव के लिए शेष पड़ा हुआ था. इसी बीच 10 अप्रैल को सूचना मिली कि फड़ प्रभारी द्वारा एक ट्रैक्टर रेत मंगवाकर धान के बोरे में मिलावट की जा रही है.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कुरूद एसडीएम योगिता देवांगन और मगरलोड तहसीलदार रेखा डहरिया द्वारा जांच पड़ताल की गई. जांच के दौरान 40 किलोग्राम वजनी धान के बोरे में ढाई से तीन किलोग्राम रेत और 500 से 1000 ग्राम भूसा पाया गया था. वहीं सहकारिता विस्तार अधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन करने पर स्टाक में 225 कट्टा याने 90 किविंटल धान कम पाया गया. जिसकी कीमत 1 लाख 65 हजार रुपये बताई जा रही है. जांच टीम ने रिपोर्ट उप पंजीयक कार्यालय को सौंपा.
उप पंजीयक कार्यालय के आदेश पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक करेली बड़ी के शाखा प्रबंधक भानूराम साहू ने गड़बड़ी में संलिप्त खिसोरा समिति के प्रभारी प्रबंधक राजेश सोनी और फड़ प्रभारी टकेश्वर पटेल के खिलाफ थाना में शिकायत दर्ज कराया था. पुलिस दोनों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर तलाश में जुटी हुई थी. इसी बीच दोनों आरोपियों को उनके निवास स्थान से आज गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों को न्यायालय में पेश किए जाने के बाद रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है.