मुंबई. जयपुर मुंबई एक्सप्रेस मेल ट्रेन में हुई अंधाधुंध फायरिंग मामले में आरपीएफ ने विभागीय कार्रवाई करते हुए दो और पुलिसकर्मी को बर्खास्त कर दिया है. पश्चिम रेलवे के मुंबई डिवीजन के आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एसकेएस राठौड़ द्वारा जारी किए गए आदेश में कांस्टेबल अमय आचार्य और नरेंद्र परमार को बर्खास्त कर दिया गया है. आदेश में कहा गया कि दोनों अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में असफल रहे.
ड्यूटी में लापरवाही
पिछले साल 31 जुलाई को जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में ये दोनों कांस्टेबल उस समय ड्यूटी पर तैनात थे. जब कांस्टेबल चेतन सिंह चौधरी ने एक वरिष्ठ सहकर्मी और तीन यात्रियों को गोली मार दी थी. चेतन को पहले ही सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. वर्तमान में अकोला जेल में बंद हैं. उस पर तीन यात्रियों अब्दुल कादिर मोहम्मद हुसैन भानपुरावाला, सैयद सैफुद्दीन और असगर अब्बास शेख, और आरपीएफ सहायक उप-निरीक्षक टीकाराम मीना की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है. घटना के वीडियो क्लिप के अनुसार, चार लोगों की हत्या करने के बाद उसने नफरत फैलाने वाला भाषण भी दिया था. यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करना ड्यूटी पर तैनात आरोपी कांस्टेबलों की जिम्मेदारी थी. हालांकि वे ऐसा करने में विफल रहे.