four assistant professors: पटना/ कुंदन कुमार की रिपोर्ट…
बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र पर चार असिस्टेंट प्रोफेसर के द्वारा ली गई नौकरी को रद्द कर दिया है आपको बता दें कि यह प्रोफेसर भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपूरा में पदस्थापित थे। इन असिस्टेंट प्रोफेसर का अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया उसके बाद बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग में कार्रवाई की है।
जांच टीम के रिपोर्ट के आधार पर हटाया
असिस्टेंट प्रोफेसर को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के द्वारा गठित जांच टीम के रिपोर्ट के आधार पर हटाया गया है । इनके विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी । आयोग लगातार प्रमाण पत्र का जांच कर रहा है और इसी क्रम में ये फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी करते पाए गए है।
ये चार नाम है…
असिस्टेंट प्रोफेसर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र में भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के भूगोल विभाग के चयनित मलय कुमार और भौतिकी विभाग में चयनित सुधांशु कुमार झा , अरविंद कुमार और प्रेम शंकर का नाम शामिल है।
तत्काल खारिज नहीं किया जा सकता
आयोग से मिली जानकारी के अनुसार नियुक्ति के वक्त अभ्यर्थियों की ओर से जो प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए जाते हैं उन्हें तत्काल खारिज नहीं किया जा सकता। प्रस्तुत प्रमाण पत्रों के आधार पर संबंधित अभ्यर्थियों को पॉइंट मिल जाते हैं और वह अपने प्रतिद्वंदियों को पछाड़ते हुए चयनित हो जाते हैं।
नियुक्ति नहीं रोक सकता
उस समय आयोग कुछ नहीं कर सकता है। क्योंकि नियमतः आयोग नियुक्ति नहीं रोक सकता आयोग की ओर से समय-समय पर विभिन्न विषयों के सहायक अध्यापक पद की नियुक्ति के लिए अनुसंसित अभ्यर्थियों के अनुभव प्रमाण पत्र एवं दिव्यांग प्रमाण पत्र की जांच के लिए शिक्षा विभाग के माध्यम से राज्य के सभी परंपरागत विश्वविद्यालय के कुल सचिव से अनुरोध किया गया है। अभी वैसे कई और असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति रद्द होगी जिन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है और इसको लेकर जांच प्रक्रिया भी चल रही है।