अजय अरविंद नामदेव, शहडोल। लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार को जनपद पंचायत के एक भ्रष्ट सचिव को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। पंचायत सचिव ने पीएम आवास की तीसरी किस्त निकालने के एवज में एक हितग्राही से रिश्वत की मांग की थी।

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बताया जा रहा है शिव कुमार पटेल एवं उसके पिता इन्द्रपाल पटेल के नाम पर प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था। पंचायत सचिव आदित्य तिवारी ने आवास की तीसरी किस्त निकालने के एवज में हितग्राहियों से 4 हजार रुपए बतौर रिश्वत की मांग की थी। जिसकी शिकायत उन्होंने लोकायुक्त रीवा से की। शिकायत के सत्यापन के लिए रिश्वत के 500 रुपए सचिव ने ले लिए थे। शेष 3500 रुपए देने की बात 17 अगस्त को देने के लिए तय किया गया। पंचायत भवन में सचिव ने जैसे ही 3500 रुपए लिए लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया।

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बताया जा रहा है कि सचिव आदित्य तिवारी पहले भी आवास योजना जैसे कार्यों में हितग्राहियों से कई बार रिश्वत मांग की थी। जो भी उसे पैसे देने से इंकार करता था उसकी आगे की प्रक्रिया नहीं की जाती थी। इतना ही नहीं कुछ माह पूर्व ब्यौहारी विधायक शरद कोल ने भी सैकड़ों ग्रामीणों के साथ जनपद में लिखित शिकायत दी थी, बावजूद इस भ्रष्ट सचिव को शासन-प्रशासन ने नहीं हटाया और न ही कोई कार्रवाई की गई थी।

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