रायपुर. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने धर्म संसद के नाम पर धार्मिक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हिंसा और साम्रदायिक घृणा और विद्वेष की मुहिम पर तत्काल कड़े कार्यवाही की मांग करते हुए आज जिलाधीश, रायपुर को ज्ञापन सौंपा है. माकपा ने अपने ज्ञापन में कहा कि 27 दिसंबर को रायपुर में धर्म संसद के नाम पर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा, धार्मिक उन्माद और नफरत फैलाने और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कें खिलाफ अपशब्दों का उपयोग कर उनके हत्यारे का महिमामंडन करने और इसके जरिए प्रदेश में साम्रदायिक वातावरण बिगाड़ने वाले और प्रदेश में शांति प्रिय जनता के बीच धर्म के नाम पर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण करने, नफरत भरे भाषणों और हिंसा फैलाने के प्रयासों की हम कड़ी निंदा करते है.

इसे भी पढ़ें – शहर की कानून व्यवस्था चौपट! सरेआम 3 बदमाशों ने पेट्रोल पंप कर्मियों से की मारपीट, CCTV फुटेज हो रहा वायरल … 

माकपा ने कहा कि इसके पहले हरिद्वार में भी ऐसे ही तथाकथित धर्म संसद में भी हिंसा की बातें की गई. रायपुर में भी कुछ स्थानों पर भारत माता आरती के नाम पर भी साम्रदायिक विद्वेष फैलाया जा रहा है और धर्मांतरण के झूठे आरोप लगाकर ईसाई धर्मावलंबियों को निशाना बनाया जा रहा है. माकपा ने कहा कि हम आपसे प्रदेश के शांति के वातावरण को दूषित करने और लोगों का साम्रदायिक ध्रुवीकरण करने वाले कार्यक्रमों और धार्मिक उन्माद फैलाने वाले ऐसे कार्यक्रमों पर तत्काल रोक लगाने.

इसे भी पढ़ें – Kapil Sharma ने फिल्म RRR को लेकर Alia Bhatt से किया ऐसा सवाल, सुनकर शरमा से लाल हो गई एक्ट्रेस … 

समुदायों के बीच नफरत फैलाने व भड़काऊ भाषण देने में लिप्त स्वामी यति नरसिंहानंद, स्वामी प्रबोदानंद, अन्नपूर्णा मां, धर्मदास महाराज, कालीचरण और अन्य सभी लोगों को गिरफ्तार कर उन पर कठोर कार्यवाही करने और ऐसे कार्यक्रमों के आयोजकों पर भी कार्यवाही की मांग करते हैं. ताकि दुबारा ऐसे परिस्थिति से बचा जा सके. माकपा की ओर से इस प्रतिनिधिमंडल में जिला सचिव प्रदीप गभने, अजय कुमार, साजिद रजा, जमील हुसैन, मोहम्मद शकील शामिल थे. जिलाधीश महोदय ने प्रतिनिधि मंडल को इस पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया.