नई दिल्ली . बुराड़ी अस्पताल में यौन उत्पीड़न मामले में मुख्य सचिव द्वारा सौंपी गई कार्रवाई रिपोर्ट पर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि रिपोर्ट मीडिया में कैसे लीक हुई. उन्होंने ऐसा करने वाले मुख्य सचिव कार्यालय के अफसरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है.
भारद्वाज ने कहा कि ऐसा महीनों से देखा जा रहा है कि सतर्कता कार्यालय व मुख्य सचिव कार्यालय आधिकारिक नोट मीडिया में लीक कर रहा है.
मुख्य सचिव के कार्रवाई रिपोर्ट को लेकर पूछे सवाल मे स्वास्थ्य मंत्री ने बयान दिया है कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि मुख्य सचिव कार्यालय कार्रवाई रिपोर्ट मीडिया में लीक कर दिया. इससे मुख्य सचिव की राजनीतिक निष्पक्षता पर संदेह पैदा होता है. मीडिया में रिपोर्ट लीक करने के लिए उनके और उनके साथ काम करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि उक्त रिपोर्ट में बुराड़ी अस्पताल की आंतरिक शिकायत समिति की रिपोर्ट भी शामिल है. सौरभ भारद्वाज ने कहा कि रिपोर्ट को लीक करने से उन महिला कर्मियों के खिलाफ पूर्वाग्रह पैदा होता है जिन्होंने यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी. जांच जो अभी शुरुआती चरण में है इससे उन पुरुषों को मदद मिलेगी जिन पर यौन उत्पीड़न और गरीब संविदा महिला कर्मियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. मुख्य सचिव कार्यालय और सतर्कता विभाग में करीब से काम करने वाले लोगों के फोन की फोरेंसिक जांच होनी चाहिए, जिससे सच सामने आ सके.
बताते चलें कि, इससे पहले सोमवार शाम स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बयान जारी करके आरोप लगाया था कि मुख्य सचिव ऐसे गंभीर मामले में भी निर्वाचित सरकार के मंत्री द्वारा कार्रवाई रिपोर्ट मांगने पर भी जवाब नहीं दे रहे है.
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सचिव को रिपोर्ट भेजी
महिला कर्मी के साथ यौन उत्पीड़न मामले में मुख्य सचिव नरेश कुमार ने स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को कार्रवाई रिपोर्ट भेज दी है. यह रिपोर्ट सोमवार रात साढ़े आठ बजे उस समय भेजी गई जब स्वास्थ्य मंत्री ने बयान दिया कि उन्हें अभी तक कार्रवाई रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है. रिपोर्ट में मुख्य सचिव ने अब तक हुई पुलिस कार्रवाई से लेकर अस्पताल प्रशासन द्वारा उठाएं गए कदमों की जानकारी दी गई है. साथ ही, मंत्री द्वारा भेजे गए नोट को मुख्य सचिव से मिलने से पहले आम आदमी पार्टी को मिलने पर सवाल भी उठाया है.
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा पूछे गए सिलसिलेवार सवालों के जवाब पर मुख्य सचिव ने कार्रवाई रिपोर्ट में बताया कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 19 दिसंबर को ही केस दर्ज कर लिया है. पीड़िता का 164 के तहत भी बयान लिए हैं.