स्पोर्ट्स डेस्क. ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे पर टेस्ट पदार्पण पर नजर लगाए बैठे लेग स्पिनर एडम जम्पा का मानना है कि, वह अब बेहतर गेंदबाज हैं. अगले वर्ष उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में लाल गेंद वाली टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं. जम्पा ने तीन वर्ष बाद शेफील्ड शील्ड में वापसी की और विक्टोरिया के खिलाफ न्यू साउथ वेल्स के लिए पहली पारी में 57 रन देकर तीन विकेट लिए. वह अब आगामी बिग बैश लीग (बीबीएल) में खेलने की तैयारी कर रहे हैं.

शील्ड मैच में लाल गेंद से क्रिकेट खेलना अच्छा था
ऑस्ट्रेलिया की ओर से 2016 में सीमित ओवरों के प्रारूप में पदार्पण करने वाले जम्पा ने टेस्ट टीम में दावेदारी पर कहा कि, यह मेरे दिमाग में है. उन्होंने कहा कि मैंने वह शील्ड मैच किसी कारण से खेला था और लाल गेंद से क्रिकेट खेलना तथा काम के बोझ को उठाना वास्तव में अच्छा था. मैं बस यह जानने के लिए उत्सुक था कि सब कुछ कैसा रहेगा.

खेल में हुआ सुधार
इस लेग स्पिनर ने कहा कि मेरे खेल में सुधार हुआ है, विशेष रूप से पिछले तीन वर्षों में, मैं लाल गेंद की टीम के लिए उपयोगी हो सकता हूं. मुझे पता है कि मेरा रिकॉर्ड वास्तव में बहुत अच्छा नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि मैंने सुधार किया है. जिससे उन हालात के अनुकूल हो सकता हूं.

मेरी दिलचस्पी नाथन लियोन बनने में नहीं
भारत दौरे के लिए टीम में जगह बनाने के लिए जम्पा को अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन से चुनौती मिलेगी. जम्पा ने कहा कि मैं लियोन कभी नहीं बनूंगा, जो दुनिया में कहीं भी हो ऑस्ट्रेलिया का नंबर-1 स्पिनर है. मुझे यह पता है. उन्होंने कहा कि लेकिन एक सीरीज और एक टीम में जहां आपके पास कई स्पिनर होने वाले हैं और आपको विकल्पों की आवश्यकता है, तो मुझे पता है कि मेरे पास मौका होगा.

मेरे पास सीमित मौके
लेग स्पिनर जम्पा ने कहा कि, हर वर्ष उपमहाद्वीप के दौरे नहीं होते हैं. कुछ वर्षों में एक बार यह दौरा होता है, इसलिए मुझे पता है कि मेरे पास सीमित मौके हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि मिच स्वेपसन और टॉड मर्फी भी चुनौती पेश कर रहे हैं.