रायपुर : छत्तीसगढ़ के रायपुर और सरगुजा जिले की ग्रामीण महिलाओं के स्वरोजगार और उनके उत्पादों को वैश्विक बाजार में ख्याति दिलाने अडानी समूह के अडानी फाउंडेशन द्वारा अहमदाबाद स्थित मुख्यालय में तीन दिवसीय ग्राम भारती कार्यक्रम का आयोजन किया गया. रायपुर जिले के ग्राम रायखेड़ा में स्थित रायपुर एनेर्जेन लिमिटेड के आसपास के ग्रामों में अडानी फाउंडेशन के सहयोग से चलाई जा रही सिलाई केंद्र की सहेली महिला सशक्त सिलाई समूह के बने उत्पादों की प्रदर्शनी भी ग्राम भारती कार्यक्रम का हिस्सा रही. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य “वोकल फॉर लोकल” (vocal for local) के तहत अन्य राज्यों में अडानी फाउंडेशन द्वारा सामुदायिक सहभागिता के अंतर्गत गठित स्वसहायता समूहों, जो स्थानीय लोगों की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए, उत्पाद का निर्माण करते हैं, और अपने आजीविका विकास के कार्यों को गति देते हैं, इन्हें फाउंडेशन के हेड ऑफिस द्वारा एक मंच प्रदान करना था.

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों से 15 से अधिक समूहों ने हिस्सा लिया, जिनमें छत्तीसगढ़ के ही दूरस्थ आदिवासी जिले सरगुजा के ग्राम परसा की महिला उद्यमी बहुउद्देशीय सहकारी समिति (मब्स) की महिलाओं ने भी भाग लेकर अपने उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की. इसके आलावा उत्तरप्रदेश की प्रेरणा प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-वाराणसी इत्यादि, गुजरात की मेघधरुश सहेली स्वसहायता समूह मुंद्रा इत्यादि, तमिलनाडु की अर्रहमान ओरंगिणैंथा पाने ओलै पोरोत्काल थयारिप्पू संगम कट्टुपल्ली इत्यादि, महाराष्ट्र की प्रगतिशील महिला प्रोडूसर कंपनी लिमिटेड तिरोरा इत्यादि शामिल हुए. इन सभी को अडानी फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे CSR के कार्यक्रमों को वैश्विक गति प्रदान करने और ग्रामीण स्तर पर स्व-सहायता समूहों के माध्यम से स्वरोजगार के क्षेत्र में जारी कार्यों के तहत तैयार हुए उत्पादों की प्रदर्शनी के लिए एक प्रभावशाली मंच उपलब्ध करा उन्हें रोजगार के लिए प्रेरित किया गया. ताकि विभिन्न राज्यों में समूह द्वारा किए जा रहे कार्यों को आपस में समझकर और बेहतर ढंग से करने और सभी समूहों को एक प्रमुख बाजार भी उपलब्ध कराया जा सके.

दीप प्रज्जवलन कर किया शुभारंभ

ग्राम भारती कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी और डॉक्टर प्रीति अडानी (फाउंडेशन चेयरमेन) के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. इसके बाद उन्होंने समूह के प्रदर्शन उत्पादों का अवलोकन किया. इस कार्यक्रम में पहुंचे समूहों ने, तीनों दिन अपने-अपने उत्पादों की बिक्री भी की. वहीं इन समूहों को प्रेरित करने की दृष्टि से सम्मान स्वरूप, प्रति समूह सहयोग राशि का चेक भी प्रदान किया गया. कार्यक्रम में सहेली महिला सशक्त सिलाई समूह द्वारा तैयार उत्पादों की बिक्री की गई.

2400 से ज्यादा गांवों में सक्रिय है समूह

गौरतलब है कि अडानी फाउंडेशन 16 राज्यों के लगभग 2400 से ज्यादा गांवों की 40 लाख आबादी की गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक शिक्षा, जन स्वास्थ्य, स्वरोजगार और कुपोषण उन्मूलन के लिए काम कर रहा है. साथ ही स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत 11 राज्यों के एक लाख लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. जबकि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बहुउद्देश्यीय महिला सहकारी समितियों का संचालन किया जा रहा है. जो ग्रामीण व्यवस्था में आजीविका के विभिन्न स्रोतों का निर्माण कर रही हैं.

इसे भी पढ़ें :