रायगढ़। अदाणी फाउंडेशन की ओर से तमनार विकासखंड के ग्राम मिलुपारा में गर्मी की छुट्टियों में बच्चों के बहुमुखी विकास के लिए पांच दिवसीय समर कैम्प का आयोजन किया गया. 23 से 27 मई तक चले इस कैंप में मिलुपारा के अलावा लालपुर, सिदारपारा, बजरमुडा, ढोलनारा गांवों के बच्चों को योग, जुम्बा नृत्य ,प्लेइंग कार्ड्स के जादुई ट्रिक्स, साइंस मैजिकल ट्रिक्स, क्ल्प क्राफ्ट, क्ले मॉडल, ड्राइंग, ओरिगेमी क्राफ्ट, विलेज म्यूजिकल बैंड, वर्ड फार्मिंग इत्यादि के गुर सिखाये गए. इसके साथ पर्सनालिटी डेवलपमेंट और इंग्लिश स्पीकिंग के कुछ खास नियमों की भी जानकारी दी गई.

कैम्प का मुख्य उद्देश्य बच्चों में खेल-खेल में तार्किक, मानसिक और शारीरिक क्षमता को विकसित करना और उनकी रचनात्मकता को बढ़ाना था. कैम्प में बच्चों में हर्ष और उल्लास के साथ नई चीजों को सीखने की ललक भी दिखाई दी. बच्चों ने उत्साह एवं उमंग के साथ सभी गतिविधियों में हिस्सा लिया और कई गुर सीखे. आयोजन के आखिरी दिन एक प्रेरणादायक फिल्म दिखाकर कैम्प का समापन किया गया. अदाणी फाउंडेशन की टीम ने इन बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों के बीच उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ पुरस्कार वितरित किया गया.

गौरतलब है कि अदाणी फाउंडेशन अपने सामाजिक सरोकारों के तहत रायगढ़ जिले के तमनार विकासखंड के 14 ग्रामों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका और संरचना विकास के कई कार्यक्रम चलाता है, जिनमें क्षेत्र के आदिवासी युवाओं और विद्यार्थियों के सुनहरे भविष्य के लिए खासतौर पर इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए रांची के एक प्रसिद्ध कोचिंग केंद्र के साथ अनुबंध करके ऑनलाइन माध्यम से निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करा रहा है.

अदाणी फाउंडेशन के बारे में

1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गांव और कस्बे शामिल हैं. फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है. वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है. अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है.