Adani Group On Hindenburg Report :अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की नई रिपोर्ट सामने आ चुकी है। रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि SEBI चेयरमैन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) की अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल की गई अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी। रिपोर्ट के बाद से मोदी सरकार और विपक्ष के बीच आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला शुरू हो चुका है। ममाले में सेबी चीफ के बाद अडानी समूह (Adani Group) की भी पहली प्रतिक्रिया आ गई है।

‘AAP’ के पूर्व मंत्री संदीप वाल्मीकि की 3 घंटे में BJP से छुट्टीः रात 8 बजे शामिल हुए, 11 बजे भाजपा ने दिखाया बाहर का रास्ता – Sandeep Valmiki

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर अडानी ग्रुप की ओर से बयान जारी किया गया है और इसमें लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया गया है। पूरी रिपोर्ट को सिर्फ मुनाफा कमाने की कोशिश करार दिया है। वहीं बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि हिंडनबर्ग के द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं, उनमें दम नहीं है. वे सिर्फ कीचड़ उछालने का प्रयास भर हैं।

शेख हसीना ने सत्ता खोने के बाद तोड़ी अपनी चुप्पी, कहा- अगर मैने सेंट मार्टिन और बंगाल की खाड़ी को अमेरिका के हवाले कर दिया होता तो…

मामले में गौतम अडानी (Gautam Adani) के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप की ओर से भी बयान जारी किया गया है और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में किए गए दावों को सिरे से खारिज किया है। ग्रुप ने इन आरोपों को तथ्य और कानून की उपेक्षा वाला करार दिया। इसमें कहा गया है कि इस रिपोर्ट में लगाए गए आरोप दुर्भावना पूर्ण और तत्थों को जोड़-तोड़ कर पेश किए गए हैं। हम समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं, जो सिर्फ हमें बदनाम करने वाले दावों की रि-साइक्लिंग है। अडानी ग्रुप की ओर से कहा गया है कि पहले लगाए गए इन सभी आरोपों की गहन जांच की जा चुकी है, जो पूरी तरह से निराधार साबित हुए हैं। इन्हें सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2024 में पहले ही खारिज कर दिया है।

महाराष्ट्र में भाई Vs भाईः मनसे कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे के काफिले पर गोबर-टमाटर से किया हमला, कहा- ये सुपारी का बदला, देखें वीडियो- Uddhav Thackeray Vs Raj Thackeray

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर जारी अपने बयान में अडानी ग्रुप की ओर से दोहराया गया कि, ‘हमारा ओवरसीज होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह से पारदर्शी है, जिसमें सभी तत्थों और विवरणों को नियमित रूप से कई सार्वजनिक दस्तावेजों में प्रदर्शित किया जाता है। अदानी समूह का इस जानबूझकर बदनाम करने के प्रयास में बताए गए व्यक्तियों या मामलों के साथ बिल्कुल भी व्यावसायिक संबंध नहीं है।

Bangladesh: कट्टरपंथियों के बाद अब सनातनियों की बारी, ढाका की सड़कों पर उतरे लाखों हिंदू, हिंसा के खिलाफ मार्च कर मांगा न्याय- Bangladeshi Hindu

सेबी चीफ ने आरोपों को बताया बेसलेस

वहीं सेबी चीफ माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) और उनके पति ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर हिंडनबर्ग के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद है। इनमें तनिक भी सच्चाई नहीं है। हमारा जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब की तरह है। सभी आवश्यक खुलासे पहले ही वर्षों से सेबी को दिये जा चुके हैं। हमें किसी भी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। बुच ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ सेबी ने प्रवर्तन कार्रवाई की है और कारण बताओ नोटिस जारी किया है, उसी के जवाब में हमें ही घेरने और चरित्र हनन करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ण पारदर्शिता को ध्यान में रखकर, नियत समय में एक विस्तृत बयान जारी किया जाएगा।

MS Dhoni: मुश्किल में फंसे महेंद्र सिंह धोनी, इस गंभीर मामले में शख्स ने दर्ज कराई शिकायत, BCCI ने 30 अगस्त तक मांगा जवाब, चौंका देगा पूरा विवाद?

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट क्या कहती है?

अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने शनिवार को अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी बुच और उनके पति धवल बुच के पास अडानी समूह के कथित वित्तीय कदाचार से जुड़ी ऑफशोर एंटिटी में हिस्सेदारी है। व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों का हवाला देते हुए दावा किया गया है कि ये संस्थाएं गौतम के बड़े भाई विनोद अडानी की ओर से रुपयों की हेराफेरी करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले नेटवर्क का हिस्सा थीं। रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल 2017 से मार्च 2022 तक बुच की अगोरा पार्टनर्स नामक एक ऑफशोर सिंगापुर की कंसल्टिंग फर्म में 100 फीसदी हिस्सेदारी थी। 16 मार्च, 2022 को सेबी चेयरपर्सन के रूप में उनकी नियुक्ति के दो सप्ताह बाद उन्होंने चुपचाप अपने पति को शेयर ट्रांसफर कर दिए। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अडानी समूह के खिलाफ जांच करने में सेबी की “निष्पक्षता” “संभावित हितों के टकराव” के कारण ‘संदिग्ध’ है।

किसानों को PM मोदी देने जा रहे बड़ा गिफ्टः शिवराज सिंह ने तैयार किया रोडमैप, कृषि मंत्री ने खुद बताया- कब, कैसे और किन्हें मिलेगा लाभ- Shivraj Singh Chouhan

जनवरी 2023 अडानी ग्रुप पर चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की थी

बता दें कि जनवरी 2023 में, हिंडनबर्ग रिसर्च ने अरबपति गौतम अडानी द्वारा नियंत्रित अडानी ग्रुप को टारगेट करते हुए एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की थी। इसके बाद अडानी समूह के शेयरों में करीब $86 बिलियन की गिरावट आ गई थी। शेयर की कीमत में इस भारी गिरावट ने बाद में समूह के विदेश में सूचीबद्ध बॉन्ड में भारी बिक्री दर्ज की गई थी। साथ ही सेबी ने भी हिंडनबर्ग को नोटिस जारी किया था।

दो पेग पीने में क्या बुराई… प्रशांत किशोर बोले- सरकार बनी तो एक घंटे के भीतर खत्म करूंगा शराबबंदी, महात्मा गांधी जी का जिक्र कर ठोक दिया ये दावा? – Prashant Kishor

संबंधित ये खबरें भी पढ़ेः-

Hindenburg Report: हिंडनबर्ग रिपोर्ट से देश में मचा सियासी घमासान, भाजपा ने विपक्ष को घेरा, कांग्रेस पर लगाया गंभीर आरोप

हमाम में सब नंगे हैं…’, SEBI चीफ पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद मोदी सरकार पर विपक्ष हमलावर- Hindenburg On Madhabi Puri Buch

Hindenburg: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने भारत में फिर मचाया तहलका, SEBI चेयरमैन और अडानी ग्रुप के बीच बताया कनेक्शन, माधबी पुरी का ये रहा रिएक्शन – Madhabi Puri Buch

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H