रायपुर. जीवीके इएमआरआई कार्यालय में शुक्रवार को व्यसन मुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमे डॉ आनंद वर्मा सलाहकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ एवं डॉ डी एस परिहार सहायक चिकित्सा अधिकारी एवं नैदानिक मनोचिकित्सक मुख्य रूप से उपस्थित हुए. इस मौके पर समस्त कर्मचारियों को तम्बाखू ,शराब व अन्य नशा सेवन से होने वाली शारीरिक मानसिक व आर्थिक नुकसान के विषय में विस्तार से बताया.

डॉ आनंद के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य पूरे देश में नशाखोरी के मामले में शीर्ष पर है एवं आज का युवा वर्ग इसके सबसे ज्यादा शिकार बन रहा है.

डॉ आनंद एवं डॉ डी एस परिहार ने ये भी उल्लेख किया कि पूरे विश्व में प्रत्येक 8 सेकंड में 1 मृत्यु नशे की वजह से होती है. कार्यशाला में नशाखोरी से बचने के उपाय पर भी विस्तृत चर्चा की गई. अंत में समस्त कर्मचारियों ने नशा का त्याग करने व दूसरों को भी नशा मुक्त करने हेतु शपथ लिया. इस कार्यक्रम में जीवीके इएमआरआई के स्टेट हेड रामकृष्ण वर्मा, सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे.