रायपुर। भारत ने शनिवार को अंतरिक्ष में इतिहास रच दिया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का सूर्य मिशन आदित्य एल-1 (Aditya-L1 Mission) अपने लक्ष्य तक पहुंच गया है. ISRO के इस बड़ी उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है. उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों की लगन, समर्पण, मेहनत और प्रतिभा की सराहना की है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल 1 के अपने गंतव्य स्थल एल-1 प्वाइंट पर सफलतापूर्वक पहुंचने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसरो के वैज्ञानिकों ने अपनी लगन, समर्पण, मेहनत और प्रतिभा से अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में इतिहास रच दिया है. उनकी इस उपलब्धि पर हमें गर्व है.
जानिए कैसे काम करेगा Aditya L-1
Aditya L-1 का विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (वीईएलसी) पेलोड सीएमई की गतिशीलता का अध्ययन करेगा. सोलर अल्ट्रावायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआइटी) फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर की तस्वीरें लेगा.
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