भोपाल. Aditya L1 Mission इसरो (Indian Space Research Organisation) ने आज एक और इतिहास रच दिया है. आज भारत का पहला सूर्य मिशन Aditya L1 अपनी मंजिल पर पहुंच गया है. आदित्य एल1 शनिवार (6 जनवरी) को लैग्रेंज प्वाइंट में दाखिल हो गया है. जिसको लेकर पूरे देश में खुशी का महौल है. इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.

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मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”भगवान आदित्य को भारत का प्रणाम! सूर्य मिशन आदित्य-L1 ने अपनी अंतिम कक्षा में स्थापित होकर आज एक नया इतिहास रचा है, हम देशवासियों को गौरवान्वित किया है. आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल मार्गदर्शन में भारत धरती से लेकर आकाश की अनंत ऊँचाइयों तक असाधारण सफलता प्राप्त कर रहा है. इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर इसरो के सभी सदस्यों और प्रधानमंत्री जी का हृदय से अभिनन्दन एवं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई. ।। जय हिन्द।।”

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “भारत ने एक और माइलस्टोन हासिल किया है. भारत की पहली सोलर ओबजर्वेटरी आदित्य-एल 1 अपनी मंजिल तक पहुंच गई. यह सबसे जटिल अंतरिक्ष मिशनों में से एक को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है. मैं देशवासियों के साथ इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करता हूं. हम मानवता के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाते रहेंगे.”

एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर खुशी जताई है. उन्होंने लिखा, ”भारत का सूर्य नमस्कार Aditya-L1 पहुँचा मंज़िल पर नित नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए इसरो ने एक बार फिर देशवासियों को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए इसरो की पूरी टीम को बधाई तथा शुभकामनाएं देता हूं.”

गौरतलब है कि Aditya L1 को सितंबर 2023 में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था. Aditya L1 आज अपनी आखिरी और बेहद जटिल प्रक्रिया से होकर गुजरा. Aditya L1 मिशन का लक्ष्य सूर्य का अध्ययन करना है. यह मिशन सात पेलोड लेकर गया था, जो अलग-अलग वेव बैंड में फोटोस्फेयर (प्रकाशमंडल), क्रोमोस्फेयर (सूर्य की दिखाई देने वाली सतह से ठीक ऊपर) और सूर्य की सबसे बाहरी परत (कोरोना) पर रिसर्च करने में मदद करेंगे.

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