पीलीभीत. सपा कार्यालय के बाहर बुधवार को जोरदार हंगामा हो गया. कार्यालय में ताला जड़ दिया गया. पेंट से सपा कार्यालय का नाम मिटवाया गया. पार्टी का झंडा उखाड़कर फेंक दिया गया. वहीं विरोध कर रहे सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा को पुलिस वालों ने धक्का तक दे दिया. हंंगामे के बीच 35 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है.

दरअसल, सपा कार्यालय सरकारी जगह पर बना हुआ था, जिसे खाली करने के लिए प्रशासन ने पार्टी को 16 जून तक का समय दिया था. लेकिन मोहलत मिलन के बाद भी कार्यालय को खाली नहीं किया था. लिहाजा बुधवार सुबह 200 पुलिसकर्मियों से ज्यादा की टीम मौके पर पहुंची और नगर पालिका की टीम ने कार्रवाई की.

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जानकारी के मुताबिक पीलीभीत में सपा कार्यालय नकटादाना चौराहा स्थित अधिशासी अधिकारी (EO) के आवासीय परिसर में सालों से चल रहा था. कार्यालय हटाने के लिए कई बार नोटिस जारी किया गया था. लेकिन इसके बाद भी पार्टी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद निगम ने अपना काम किया. इससे पहले भी प्रशासन कब्जा हटाने पहुंचा था, लेकिन उस समय पार्टी कार्यकर्ताओं ने 6 महीने का समय मांगा था.

ये अत्याचारी सरकार है- जग्गा

सिटी मजिस्ट्रेट के मुताबिक सपा कार्यालय सालों से अवैध रूप से संचालित हो रहा था. यह भवन नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आवास के रूप में दर्ज है. पहले ही नोटिस देकर इसका आवंटन रद्द किया जा चुका था. नोटिस का समय खत्म होने के बाद नगर पालिका ने नियमानुसार परिसर को अपने कब्जे में लिया है. वहीं जिला अध्यक्ष जगदेव सिंह का कहना है कि इन्होंने सपा कार्यालय को खाली करवाया है. ये अत्याचारी सरकार है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इन लोगों के जिस तरह से जमीनें कब्जाई हैं, अपने बड़े-बड़े महल बनवाए हैं, उनकी रजिस्ट्रियों की जांच कराकर सपा भी इनके साथ ऐसा ही व्यवहार करेगी.