रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. प्रदेश में सबसे ज्यादा प्रभावित रायपुर जिला है. स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी कमर कस ली है. संक्रमितों को किसी तरह की समस्या ना हो इसके लिए आपातकालीन नम्बर भी उपलब्ध कराए गए हैं. तीन अलग-अलग तरह के कॉल सेंटर के जरिए इन इन आपातकालीन नंबरों का संचालन किया जा रहा है.

एडीएम विनीत नंदनवार ने इन कॉल सेंटर की जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही हमें रिपोर्ट मिलती है कि किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उसके बाद कांटेक्ट ट्रेसिंग किया जाता है, प्राइमरी कांटेक्ट कौन है यह जानना जरूरी है, क्योंकि अन्य व्यक्ति जो कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का प्राइमरी कांटेक्ट है वह संक्रमित ना हो जाए उस को ध्यान में रखते हुए न्यू सर्किट हाउस से कॉल जाता है. कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक सुरक्षा बरतने को लेकर प्राइमरी कांटेक्ट के लिए कॉल आता है.

दूसरा प्राइमरी कांटेक्ट के दौरान जिस भी मरीज ने होम आइसोलेशन का विकल्प चुना है, उनके लिए आपातकालीन नम्बर जारी किया जा रहा है. यदि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति को किसी भी तरह की कोई समस्या होती है तो दिन-रात 24 घंटे आपातकालीन नंबर पर कॉल किया जा सकता है. इसके लिए तीन आपातकालीन नंबर जारी किए गए हैं. यही नहीं यदि किसी मरीज को कोई दिक्कत होती है तो उसके लिए पूरी व्यवस्था कर दी गई है. रात में भी किसी मरीज की तबीयत खराब होती है, तो उसे एडमिट करने से लेकर दी जाने वाले ट्रीटमेंट के संदर्भ में पूरी जानकारी दी जाती है.

इसके अलावा तीसरा आपातकाल कक्ष में ही एक और सेंटर है, जिसमें यदि लोगों के अन्य समस्याएं होती है, जैसे उन्हें कंटेनमेंट एरिया की जानकारी चाहिए या अन्य प्रकार सवालों का जवाब दिया जाता है. एसडीएम नंदनवार ने बताया कि तीनों कॉल सेंटर प्रभावी है और अच्छे से काम कर रहे हैं.

वहीं कॉल सेंटर से जुड़े गौरव जैन बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग औऱ जिला प्रशासन की ओर से एक लिस्ट हमें उपलब्ध कराया जाता है. हम उनको कॉल करते हैं और पूछते हैं कि वे अभी क्या कर रहे हैं और स्वस्थ है की नहीं. यदि उन्हें कोई जानकारी देनी होती है तो वो दिया जाता है. उन्हें समय पर दवाइयां मिल रही है कि नहीं, यदि उन्हें किसी और तरह की हेल्प चाहिए या वो मिल रही सुविधाओं से संतुष्ट है. यह सब नोट किया जाता हैं यदि किसी को एंबुलेंस की जरूरत है किसी को दवाई की जरूरत है तो उसे उपलब्ध कराया जाता है.