सुप्रिया पांडेय, रायपुर। लॉकडाउन में किसी भी साधन से अपने घर जाने को आतुर प्रवासी मजदूरों की समस्या को लेकर प्रशासन सचेत हुआ है. ट्रकों के जरिए पहुंच रहे मजदूरों को गंतव्य तक छोड़ने के लिए बस की व्यवस्था की जा रही है.

देश के अन्य हिस्सों से ट्क में सवार होकर घर जा रहे मजदूरों के दुर्घटना का शिकार होने की आई खबरों के बाद रविवार को सुबह कलेक्टर भारतीदासन टाटीबंध चौक पहुंचे और मजदूरों का हाल जाना. कलेक्टर ने चर्चा में बताया कि यहां पर ओडिसा के करीब 50 प्रवासी मजदूर हैं, जिन्हें पालमपुर जाना है.

उन्होंने कहा कि मजदूरों की मांग पर हम बसों की व्यवस्था कर रहे हैं, जो उन्हें यहां से बॉर्डर तक लेकर जाएगी. वहां से फिर ओडिसा सरकार अपनी गाड़ी से इन्हें ले जाएगी. इनके मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था सरकारी माध्यम के साथ ही बहुत सारी संस्थाओं के माध्यम से भी की जा रही है.

उन्होंने बताया कि टाटीबंध में बसों की व्यवस्था की गई है. ओडिसा के अलावा झारखंड और बिहार के भी जो मजदूर आ रहे हैं, उनको बसों में भेजने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं. लगातार इस दिशा में प्रयास जारी है, जो मजदूर आ रहे हैं, अलग-अलग स्टेट में जाने के लिए या हमारे छत्तीसगढ़ के भी दूसरे जिले में जाने के लिए तो बस में भेजने की व्यवस्था करते जा रहे हैं.

मजदूरों को बांटे जा रहे चप्पल

टाटीबंध चौक में जमा अलग-अलग प्रदेश के मजदूरों को कलेक्टर भारतीदासन की मौजूदगी में चप्पल का वितरण किया गया. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के जनरल मैनेजर आशीष मिश्रा ने बताया कि ये लोग बहुत लंबा सफर कर आ रहे हैं. बच्चे साथ में है, और बहुत दूर तक पैदल भी चले हैं. इसके अलावा श्रमिकों के भोजन की व्यवस्था, उनके आने-जाने की व्यवस्था जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में किया जा रहा है.