रायपुर। दशहरे के दौरान आयोजकों को सावधानी बरतना होगा. जिला प्रशासन की ओर से जारी निर्देश में जहां आयोजन में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने पर पाबंदी लगाने के साथ पुतलों की ऊंचाई 10 फीट से छोटा रखने कहा गया है. यही नहीं इस दौरान किसी प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, आयोजन, भंडारा और प्रसाद वितरण भी नहीं किया जा सकेगा.

वर्ष 2020 ऐतिहासिक वर्ष साबित हो रहा है. कोरोना की मार से देश-दुनिया का कामकाज ठप पड़ा है. इसका असर मानव जीवन के हर पहलू पर हो रहा है. नौबत यहां तक आ गई है कि जिला प्रशासन ने दशहरे जैसे राष्ट्रीय पर्व के आयोजन के दौरान आयोजकों को निर्देश जारी कर तमाम ऐहतियात बरतने की ताकीद की जा रही है. इसमें पहले तो आयोजकों को आयोजन की सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देनी होगी. कार्यक्रम का आयोजन किसी कन्टेनमेंट जोन या किसी बस्ती या रहवासी इलाके में नहीं करते हुए खुले स्थान पर करना होगा.

इसके अलावा पुतला दहन की वीडियोग्राफी करानी होगी, वहीं आयोजन स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे. रावण दहन के लिए 100 मीटर दायरे में बैरीकेडिंग की जाएगी. आयोजन के दौरान किसी भी तरह के वाद्य यंत्र या लाउडस्पीकर की अनुमति नहीं होगी. आयोजकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्था करनी होगी. और यदि कोई पुतला दहन स्थल की वजह से संक्रमित होता है, तो उसका खर्चा पुतला दहन आयोजक को वहन करना पड़ेगा.