शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के 31 मंत्रियों में से 39 फीसदी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक मंत्री को छोड़कर एमपी के सभी मंत्री करोड़पति हैं। रिपोर्ट में मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत प्रत्येक मंत्री की ओर से दाखिल हलफनामों का विश्लेषण किया गया है। 

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रिपोर्ट के अनुसार एमपी के 10 फीसदी या 3 मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक आरोप हैं। इनमें हत्या के प्रयास का आरोप भी शामिल है।रिपोर्ट के मुताबिक31 में से 12 मंत्रियों पर अपराध दर्ज है, जबकि  18 मंत्रियों पर अपराध दर्ज नहीं है। 

एक मंत्री को छोड़ 97 फीसदी करोड़पति

ADR रिपोर्ट के अनुसार एक मंत्री को छोड़कर 97 फीसदी मंत्री करोड़पति है।सबसे धनी मंत्री चेतन्य कश्यप हैं जो रतलाम शहर निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर आए हैं। उनकी संपत्ति 296 करोड़ रुपये से अधिक है। कश्यप पर सबसे अधिक घोषित देनदारियां भी हैं, जो 20.17 करोड़ रुपये हैं। औसतन मंत्रियों के पास 18.54 करोड़ रुपये हैं। 

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मोहन सरकार मे 23 मंत्री ग्रेजुएट

सूबे के 26 फीसदी यानी 8 मंत्रियों की योग्यता 8वीं से 12वीं पास के बीच है, जबकि बाकी मंत्री स्नातक या उससे ज्यादा एजुकेटेड हैं। 10 मंत्री स्नातकोत्तर हैं। वहीं मुख्यमंत्री के पास डॉक्टरेट की डिग्री है। 31 मंत्रियों में केवल 5 महिलाएं हैं, जबकि भाजपा के चुनावी अभियान में महिला सशक्तिकरण और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना योजना पर जोर दिया गया था। 26 यानी 84 फीसदी मंत्री 51 से 70 साल की उम्र के हैं, जबकि बाकी औसतन 31 साल के युवा हैं।

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