लखनऊ. एडीआर की एक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के जरिए बताया गया है कि देश की किस पार्टी के कितने सासंद और विधायक हैं, जो महिलाओं के ऊपर घोषित रूप से अत्याचार करने के मामले में शामिल हैं. इस रिपोर्ट को अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया (X) पर शेयर करते हुए भाजपा पर निशाना साधा है. सर्वे के अनुसार, भाजपा के 54 सांसद-विधायक ऐसे हैं, जो महिलाओं के ऊपर घोषित रूप से अत्याचार करने के मामले में शामिल हैं.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया (X) पर लिखते हुए कहा कि- महिलाओं के ऊपर घोषित रूप से अत्याचार करने वाले 54 सासंद-विधायक भाजपा से हैं. आगे उन्होंने कहा- चुनावी घपलों की सबसे शर्मनाक घटना का रिकॉर्ड भाजपा ने कैमरे के सामने बनाया. सबसे अधिक पेपर लीक का रिकॉर्ड भाजपा के शासनकाल में बना. सबसे अधिक झूठे मुक़दमे भाजपा के शासन ने थोपे. भाजपाइयों ने अपने ऊपर लगे सबसे अधिक सच्चे मुक़दमे वापस लिए.
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आगे अखिलेश यादव ने कहा, उप्र के भाजपाई मुख्यमंत्री जी के आवास पर सबसे अधिक आत्मदाह के प्रयास हुए. बुलडोज़र से सबसे अधिक घर-दुकान भाजपा काल में ढहाये गये. छुट्टा पशुओं से सबसे अधिक मौतें भाजपा काल में हुई. हिरासत में मौत का रिकॉर्ड भाजपा काल में बना. सबसे कम समय में सबसे ज़्यादा आरक्षण विरोधी क़ानून भाजपा ने लाने की साज़िश की. सबसे बड़ा आरक्षण घोटाला (69000 शिक्षक भर्ती में) भाजपा के समय में हुआ.
अखिलेश यादव ने ये भी कहा कि भाजपा ने खिलाड़ियों के उत्पीड़न का भी अलिखित रिकार्ड बनाया. भाजपा ने सबसे ज़्यादा चलती हुई, निर्वाचित सरकारें तोड़ी. भाजपा काल में किसानों की हत्या और आत्महत्या का रिकार्ड बना है. अनाथ पशुओं से किसानों की फसल को सबसे अधिक हानि होने का रिकॉर्ड भाजपा राज में बना. भाजपा ने बेरोज़गारी का अभूतपूर्व रिकार्ड बनाया है. भाजपा ने महँगाई के पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिये है. भाजपा ने सबसे कम समय में सबसे अधिक क़ानून वापस लेने का हालिया रिकार्ड बनाया है.
भाजपा ने नकारात्मक राजनीति का सबसे बड़ा रिकार्ड बनाया है. भाजपा ने अविश्वास और भय की नफ़रतभरी राजनीति से देश के सौहार्द को ऐतिहासिक क्षति पहुँचाने का भी निंदनीय रिकार्ड बनाया है.
आगामी चुनावों में भाजपा अपनी हार का भी एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाएगी.
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