मशहूर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) इन दिनों अपने कॉन्सर्ट दिल लुमिनाटी टूर को लेकर सुर्खियों में हैं. दिलजीत का करियर आसमान छू रहा है और देश के प्रमुख शहरों में उनके कॉन्सर्ट हाउसफुल हो रहे हैं. लोग उनपर पर खूब प्यार लुटा रहे हैं. लेकिन कॉन्सर्ट की वजह से दिलजीत को कई नोटिस और एडवाइजरी मिली हैं. हाल ही में जब दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) मुंबई में अपना कॉन्सर्ट कर रहे थे तो पंजाबी सिंगर ने पहले तो इस पर अपना रिएक्शन शेयर किया और बाद में अपना ‘फायर’ अंदाज दिखाया है.

बता दें कि दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) पर अपने कॉन्सर्ट में शराब और ड्रग्स से जुड़े गाने गाने का आरोप लगा है. यही कारण है कि किसी भी गायक को अपने संगीत कार्यक्रम के लिए किसी भी शहर में जाने से पहले ऐसे शब्दों और गानों का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है. अब दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र में उनके खिलाफ जारी की गई एडवाइजरी पर प्रतिक्रिया दी है. Read More – परिवार में लव मैरिज को लेकर Amitabh Bachchan ने किया बात, कहा- बाबूजी कहते थे कि …

चाहे मुझे कितनी भी सलाह मिल जाए, मज़ा कम नहीं होगा

कॉन्सर्ट शुरू करने से पहले दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने कहा, ”कल मैंने अपनी टीम से पूछा कि क्या मेरे खिलाफ कोई एडवाइजरी जारी की गई है. तो उन्होंने कहा कि सब ठीक है. आज सुबह जब मैं उठा तो पाया कि मेरे खिलाफ एक एडवाइजरी जारी की गई थी. लेकिन चिंता मत करो, सारी सलाह मुझ पर है, मैं तुम्हें दोगुना मजा दूँगा जिसका आनंद लेने तुम यहाँ आये हो.” इसके बाद दिलजीत दोसांझ ने अमृत मंथन का उदाहरण भी दिया. Read More – Rajkumar Rao ने Patralekha के पति होने पर खुद को दिए इतने नंबर, कहा- अगर आपका पार्टनर उसी इंडस्ट्री से हो तो …

दिलजीत ने अमृत मंथन का उदाहरण दिया

दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने कहा, ”आज सुबह मेरे दिमाग में एक बहुत अच्छा विचार आया कि जब समुद्र मंथन हुआ तो उसमें से जो अमृत निकला, उसे देवताओं ने पी लिया, लेकिन जो जहर था उसे भगवान शिव ने पी लिया. भगवान शिव ने भी उस विष को अपने अंदर नहीं लिया, कंठ तक ही रखा, इसीलिए उन्हें नीलकंठ कहा जाता है. तो इससे मैंने सीखा कि चाहे जिंदगी और दुनिया आप पर कितना भी जहर फेंक दे, आपको उसे कभी भी अपने अंदर नहीं लेना चाहिए. अपने काम की गति धीमी न होने दें, भले ही लोग आपको कितना भी रोकें या टोकें, लेकिन खुद को अंदर से परेशान न होने दें. मजे करो और आनंद लो. क्योंकि आज मैं झुकूंगा नहीं.