इलाहाबाद. कोर्टरुम में खुलेआम जज की आंख में धूल झोंककर वकील का चोगा पहनकर बहस करने के बारे में सामान्य आदमी सोच भी नहीं सकता लेकिन एक नटवरलाल ने ये कारनामा भी कोर्टरुम में कर दिखाया. मामला खुलने पर कथित वकील साहब को पुलिस कस्टडी में कोर्ट ने भेज दिया.

इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक मुकदमे में बहस के दौरान उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक वकील ने दूसरे वकील पर बिना उसकी अनुमति के उसी के मुकदमों में बहस कर कोर्ट को गुमराह करने की जानकारी दी. हाईकोर्ट के वकील जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अपील में दर्ज एडवोकेट रोल उनके नाम दर्ज है. जिसका गलत इस्तेमाल कर दूसरे एडवोकेट बहस कर रहे हैं. फिलहाल अगले आदेश तक कोर्ट ने इन कथित वकील साहब को किसी भी न्यायालय में बहस करने पर रोक लगा दी है और रजिस्ट्रार को इस मामले की विस्तृत जांचकर 14 सितंबर को रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.
कोर्ट ने कथित वकील जितेंद्र कुमार का गाउन और बैंड भी कोर्ट में ही उतरवा लिया और पुलिस अभिरक्षा में लेकर कोर्ट रूम से रजिस्ट्रार कार्यालय तक ले जाने का निर्देश दिया और रजिस्ट्रार को प्रारंभिक पूछताछ के बाद वकील को मुक्त करने को कहा. कोर्ट ने बहस करने वाले वकील जितेंद्र कुमार को पूछताछ में सहयोग करने और अगली तारीख पर हाजिर होने का निर्देश दिया है. यह आदेश जस्टिस विपिन सिन्हा और जस्टिस इफाकत अली खान की खण्डपीठ ने दिया.

यह था मामला
सुबह दस बजे कोर्ट नंबर 51 में जब केस पुकारा गया तो वकील जितेंद्र कुमार सिंह ने बहस शुरू ही की थी कि दूसरे वकील जितेंद्र कुमार सिंह ने आपत्ति करते हुए कहा कि वह असली जितेंद्र कुमार सिंह हैं. जो वकील अपील पर बहस कर रहे हैं उन्होंने उनके ऐडवोकेट रोल का गलत इस्तेमाल किया है. इससे पहले भी वह 8 से 10 बार ऐसा कर चुके हैं. कोर्ट ने जब पूछताछ शुरू की तो विरोधाभासी बयान आने शुरू हो गए. कोर्ट ने इस मामले की विस्तृत जांच कर रजिस्ट्रार को रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.