बलौदाबाजार. जिले के हंसुआ गाँव में अमीरजादे का आतंक देखने को मिला. ताकत के नशे में चूर इस रईसजादे की तेज़ रफ़्तार बीएमडब्लू ने तीन ग्रामीणों को रौंद दिया. जिसमें से दो ग्रामीणों की मौक़े पर मौत हो गई जबकि एक अन्य की हालत गंभीर है.
घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने बीएमडब्लू सवार रईसजादे की जमकर पिटाई की. लोगों में घटना को लेकर गुस्सा इस कदर था कि उन्होंने घटना स्थल पर खड़ी दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की. गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ियों को भी नहीं बख्शा. स्थानीय लोगों के आक्रोश से घबराई स्थानीय पुलिस ने आसपास के थानों से पुलिस बल बुला लिया. क्षेत्र में घटना के बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.
शाम छह बजे के आसपास लाल रंग की बीएमडब्लू नंबर CG-04 KU 5151 तेज रफ्तार से सड़क पर जा रही थी. गाड़ी की रफ्तार बेहद तेज होने के साथ साथ अनियंत्रित भी थी जिसके चलते उसकी चपेट में एक बच्ची और उसके दादा तेरस साहू आ गए. गाड़ी ने दोनों को कुचल डाला जिसके चलते दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि वहीं मौजूद एक अन्य ग्रामीण भी घायल हो गया.
घटना से गुस्साए लोगों ने बीएमडब्लू में सवार रईसजादे की जमकर पिटाई की. घटना स्थल पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह से कार सवार रईसजादे को लोगों के गुस्से से बचाया. पुलिस द्वारा रईसजादे को बचाए जाने से गुस्साए लोगों ने पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ शुरु कर दी. बताया जा रहा है कि बीएमडब्लू सत्ताधारी दल के एक ताकतवर नेता का रिश्तेदार सुधीर सुल्तानिया चला रहा था. सूत्रों के हवाले से पता चला है कि कार वर्तमान में प्रिंस डावर के नाम से अभिलेखों में दर्ज है और उनके द्वारा कुछ ही दिन पहले सुधीर सुल्तानिया को बेंच दी गई थी. जिसका कि रिकार्ड अपडेट नहीं किया गया है. वहीं मामला सत्ताधारी दल के नेता से जुड़ा होने के चलते पुलिस इस मामले में लीपापोती करने में जुटी है. वहीं स्थानीय प्रशासन ने मृतकों को 25 हजार का मुआवजा देकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली.