रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के 20 वर्षों के लम्बे इंतजार के बाद अब जाकर पेंशनरों को राहत मिलने जा रही है. स्टेट बैंक के रायपुर कचहरी शाखा में सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल शुरू किया गया है. इस सीपीपीसी शाखा में राज्य के शासकीय कर्मचारियों के अलावा छत्तीसगढ़ में रेलवे, पोस्टल एवं सेना से रिटायर्ड लोगों के प्रकरणों का निराकरण होगा.

स्टेट बैंक के रायपुर कचहरी शाखा में सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल की शुरुआत स्टेट बैंक प्रधान कार्यालय भोपाल के मुख्य महाप्रबंधक उमेश कुमार पाण्डे ने शुक्रवार को किया. इस अवसर पर स्टेट बैंक रायपुर के उपमहाप्रबंधक एसव्ही राधाकृष्णा राव, मुख्य प्रबंधक गोपालकृष्णा, सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल रायपुर शाखा प्रभारी मुख्यप्रबन्धक दास गुप्ता और छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेन्शनर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र नामदेव और स्टेट बैंक कचहरी शाखा और सेंट्रल पेंशन प्रोसेसिंग सेल रायपुर के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.

इस कदम पर पेंशनर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव तथा फेडरेशन से जुड़े पेशनर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष यशवन्त देवान, भारतीय राज्य पेंसनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा और छत्तीसगढ़ प्रगतिशील पेन्शनर कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष आरपी शर्मा, छत्तीसगढ़ पेंशनधारी कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ डीपी मनहर ने खुशी जताई है.

संयुक्त विज्ञप्ति के जरिए इन पेंशनर संगठनों ने बताया है कि सेंट्रल पेंशन प्रॉसेसिंग सेल के भोपाल में होने कारण पेंशनरों के समस्या के निदान बहुत विलम्ब होता रहा है. अधिकतर प्रकरण लगभग 6 माह से विलम्बित है. कुछ ऐसे प्रकरण भी रहे हैं, जो 2 साल के बाद निराकृत हुए और आज भी कुछ प्रकरण सालों से लंबित पड़े हैं.

इस परेशानी को लेकर छत्तीसगढ़ के पेंशनर्स फेडरेशन लगातार प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्रीय वित्तमंत्री, रिजर्व बैंक, स्टेटबैंक के मुख्यालय तथा स्थानीय मंत्रालय के अधिकारियों व रिजर्व बैंक रायपुर में पत्राचार करते रहे हैं. इस मांग को लेकर बूढ़ापारा रायपुर में प्रांतव्यापी धरना दिया और मंत्रालय के समक्ष प्रदर्शन भी किया था. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने भी पेंशनरों के इस महत्वपूर्ण मांग को अपने मांगपत्र में भी शामिल किया था.