
दिल्ली. मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायवती आज एक साथ मंच नजर आने वाली हैं। आज सपा-बसपा पार्टी के लिए बड़ा दिन है। पच्चीस साल बाद ऐसा होगा जब मायावती और मुलायम सिंह यादव एक मंच पर साथ दिखाई देंगे।
सपा बसपा के गठबंधन की ये रैली सपा के गढ़ मैनपुरी में होगी। सालों बाद आज मैनपुरी से मायावती, मुलायम सिंह के लिए वोट अपील करेंगी। इस मौके पर अखिलेश यादव, मायावती, मुलायम सिंह यादव और अजीत सिंह एक मंच पर हो सकते हैं।
आपसी मनमुटाव के कारण मुलायम-माया एक वक्त पर एक दूसरे का चेहरा तक नहीं देखना चाहते थे लेकिन आज राजनीति के बदलने के कारण दोनों वर्षों बाद दोस्त बन पर एक दूसरे के लिए वोट मांग रहे हैं।
वहीं, अलग बात मैनपुरी सीट की करें तो यहां पर मुलायम सिंह की पकड़ काफी मजबूत है और वह लंबे समय से इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और जीतते भी आए हैं। ऐसे में मायावती के जाने से वह अपने चाहने वालों के बीच गठबधंन का एक खास मैसेज देने की कोशिश करेंगे।
सालों पहले यूपी में सपा बसपा (कांशीराम और मुलायम) के बीच अच्छी खासी दोस्ती थी, लेकिन गेस्ट हाउस कांड के बाद से दोनों पार्टियों में फूट पड़ गई थी। 2 जून 1995 को सपा बसपा के रास्ते एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हो गए और दोनों पार्टियों में कोल्ड वार शुरू हो गया। बावजूद इसके 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई वहीं 2012 के चुनाव में सपा भारी मतों के साथ जीत हासिल की।