कोच्चि. केरल में आठ महीने पहले एक खबर मीडिया की सुर्खियों में थी. जब एक शिष्या ने स्वामी गशेणानंद का लिंग काट डाला था. शिष्या ने आरोप लगाया था कि स्वामी ने उनके साथ रेप की कोशिश की थी. जिससे बचने के लिए उसने धारदार हथियार से स्वामी का लिंग काट डाला.

स्वामी गणेशानंद कटा हुआ लिंग लेकर अस्पताल पहुंचे जहां करीब आठ माह तक उनका इलाज किया गया. इस घटना ने न सिर्फ केरल में बल्कि देश की मीडिया में काफी हलचल मचाई थी. अस्पताल से बाहर आने के बाद स्वामी गणेशानंद ने बकायदा प्रेस कांफ्रेंस की.

उन्होंने कहा कि वे अब सामान्य व्यक्ति जैसा महसूस कर रहे हैं. स्वामी जी बोले करीब 8 महीने तक किन्नर जैसी जिंदगी जीने के बाद अब राहत महसूस कर रहा हूं. वैसे स्वामी जी ने आरोपों का जवाब देने से इंकार कर दिया. उन्होंने खुद की तुलना ईसा-मसीह से करते हुए कहा कि उनको भी उन्हीं लोगों ने धोखा दिया जो करीबी थे. मैंने सबको माफ कर दिया है.

वैसे स्वामी ने एक बयान दिया जिसकी सोशल मीडिया पर लोग खूब मजे ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं अब अपना काम जल्द शुरु करना चाहता हूं. लोगों ने मजे लेते हुए उनसे सोशल मीडिया पर सवाल पूछ डाले कि, किस किस्म के काम की वो बात कर रहे हैं. जरा उसे भी विस्तार से बता देते तो बेहतर होता. वैसे स्वामी जी आठ महीने बाद मीडिया से मुखातिब होते समय काफी राहत महसूस करते नजर आ रहे थे. देखना है कि कोर्ट उन्हें अब राहत देती है या फिर वो रेप के दोषी ठहराए जाते हैं.