रायपुर. रविवार की रात भारत में साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण देखा गया, जो खगोल प्रेमियों के लिए एक शानदार नजारा साबित हुआ. भारतीय समयानुसार रात 9:58 बजे शुरू हुआ यह पूर्ण चंद्र ग्रहण रात 1:26 बजे समाप्त हुआ. यह ग्रहण कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हुआ, जिसके दौरान चंद्रमा लाल रंग में नजर आया, जिसे ‘ब्लड मून’ या ‘रेड मून’ के नाम से जाना जाता है.

दिल्ली के नेहरू तारामंडल की प्रोग्राम कॉर्डिनेटर प्रेरणा ने बताया कि यह पूर्ण चंद्र ग्रहण एक दुर्लभ खगोलीय घटना थी, जिसमें पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीधी रेखा में आए. इस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ी, जिससे सूर्य की लाल किरणें चंद्रमा पर पड़ने के कारण यह लाल दिखाई दिया. प्रेरणा ने कहा, “यह एक खूबसूरत नजारा है, और लंबे समय बाद दिल्ली से इस तरह का ग्रहण स्पष्ट रूप से देखा जा सका.”
हालांकि, दिल्ली में बादल छाए रहने के कारण शुरुआत में दृश्यता को लेकर आशंका थी, लेकिन नेहरू तारामंडल ने टेलीस्कोप और स्क्रीन की व्यवस्था की थी. प्रेरणा ने बताया कि रात 11:00 बजे के आसपास ग्रहण अपने चरम पर था, और लगभग 3 घंटे 27 मिनट तक यह नजारा देखने को मिला.
नग्न आंखों से देखा गया ग्रहण, मुफ्त प्रवेश की सुविधा
नेहरू तारामंडल में इस खगोलीय घटना को देखने के लिए मुफ्त प्रवेश की व्यवस्था की गई थी. प्रेरणा ने बताया कि चंद्र ग्रहण को नग्न आंखों से देखना पूरी तरह सुरक्षित है, और इसके लिए किसी विशेष उपकरण की जरूरत नहीं होती, जैसा कि सूर्य ग्रहण में होता है. जो लोग तारामंडल नहीं पहुंच सके, उन्होंने अपने घरों से भी इस खूबसूरत नजारे का आनंद लिया.