नई दिल्ली. क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान आज पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. इससे पहले शुक्रवार को पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में हुए एकतरफा चुनाव में इमरान ने विपक्षी (पीएमएल-एन) उम्मीदवार शाहबाज शरीफ को एकतरफा मुकाबले में हराया. इमरान को 176 वोट मिले जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी शाहबाज को 96 मत हासिल हो सके. 65 वर्षीय इमरान खान को वजीर-ए-आजम बनाने के लिए कई छोटे दलों का सियासी समर्थन हासिल है.
सिद्धू पहुंचे पाकिस्तान
इस बीच इमरान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान पहुंच गए हैं. वे इमरान को तोहफे के रूप में पश्मीने का शॉल भेंट लेकर गए है. सिद्धू के पास 15 दिनों का वीजा है.
इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू वाघा बार्डर के रास्ते पाकिस्तान पहुंच गए. सिद्धू पहले दिन से ही कह रहे थे कि वे पाकिस्तान जाएंगे. इमरान खान ने अपने पुराने दोस्त सुनील गावस्कर, कपिल देव व नवजोत सिंह सिद्धू को शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने का न्योता दिया था. गावस्कर व कपिलदेव ने पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था.
फोन कर इमरान ने दिया था न्योता
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चेयरमैन इमरान खान की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण पत्र भेजा गया था. इसके लिए इमरान खान ने सिद्धू को निजी तौर पर फोन करके समारोह में आने का न्योता भी दिया था. सिद्धू ने यह न्योता कबूल किया और वे पाकिस्तान पहुंच गए हैं.
शुक्रवार को हुआ था सियासी सीन
342 सदस्यों वाली पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सरकार बनाने के लिए 172 वोट की जरूरत होती है, लेकिन शुक्रवार को सियासी उठापटक शुरू हो गई. पीपीपी के 54 मतों को शाहबाज शरीफ के पक्ष में करने के लिए पीएमएल (एन) के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने बिलावल भुट्टो की सीट के पास जाकर उन्हें मतदान में हिस्सा लेने के लिए मनाया, लेकिन वह नहीं माने. यही नहीं शाहबाज शरीफ ने भी बिलावल से मतदान में शामिल होने को कहा था. इसके साथ ही जताम-ए-इस्लामी ने भी मतदान में हिस्सा नहीं लिया.
इमरान को मिला छोटे दलों का साथ
इरमान खान को मतदान के दौरान छोटे दलों का साथ मिला. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट, बलोचस्तान अवामी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग, ग्रांड डेमोक्रेटिक अलायंस और अवामी मुस्लिम लीग जैसे दलों ने इमरान के पक्ष में वोट दिया.