व्हॉट्सऐप हमेशा से फर्जी खबरों और स्कैम के लिए चर्चा में रहा और आज कल फिर इस ऐप ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा रखा है. ये देश का ही नहीं दुनियाभर का पॉपुलर चैटिंग ऐप है, जिस पर लोग एक-दूसरे से आसानी से बात तो कर ही सकते हैं, साथ ही तस्वीरें, वीडियो भी शेयर कर सकते हैं. इसकी लोकप्रियता ही है जो घोटाले और धोखाधड़ी को बढ़ावा देता है. इन दिनों इंटरनेट की दुनिया में ऐसे ही पिंक व्हॉट्सएप ने तहलका मचाया हुआ है, यह इतना खतरनाक है जो देखते ही देखते अकाउंट से हजारों, लाखों उड़ा देता है.
क्या है Pink WhatsApp?
Pink WhatsApp, वास्तविक व्हाट्सएप का एप का एक क्लोन वर्जन है जिसे किसी थर्ड पार्टी डेवलपर्स ने तैयार किया है. Pink WhatsApp का व्हाट्सएप या मेटा से कोई संबंध नहीं है. Pink WhatsApp आपको गूगल प्ले-स्टोर या एपल के एप स्टोर पर भी नहीं मिलेगा. इसकी एपीके फाइल वायरल हो रही है जिसकी मदद से लोग एप को इंस्टॉल कर रहे हैं. Pink WhatsApp के साथ कई सारे लुभावने फीचर्स मिलते हैं जो कि असली व्हाट्सएप में नहीं मिलते हैं. इसमें डिलीट किए गए मैसेज को देखा जा सकता है. फॉरवर्ड लेवल को हाइड किया जा सकता है.
पिंक व्हाट्सएप स्कैम से कैसे सुरक्षित रहें?
सबसे पहले अगर आपने अपने मोबाइल में फर्जी ऐप डाउनलोड की है तो उसे तुरंत अनइंस्टॉल कर दें.
आपको यह ध्यान रखना होगा कि किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें. लिंक पर क्लिक तभी करें जब आपको उसकी प्रमाणिकता जानते हों.
ऐप डाउनलोड करने के लिए हमेशा गूगल प्ले स्टोर या iOS ऐप स्टोर का इस्तेमाल करें.
ऐप्स को हमेशा अप टू डेट रखें.
किसी भी लिंक या मैसेज को बिना सोचे-समझे किसी को फॉरवर्ड न करें.
अपने निजी डिटेल्स या फाइनेंशियल जानकारी जैसे लॉगिन क्रिडेंशियल, पासवर्ड, क्रेडिट या डेबिट कार्ड डिटेल्स किसी के साथ शेयर न करें.
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