शिवम मिश्रा, रायपुर। किसानों की समस्याओं के त्वरित निदान के लिए डायल 112 की सेवा को जोड़ते ही प्रदेशभर से शिकायतों की मानो बाढ़ का गई. महज एक महीने की अवधि में किसानों के 4 हजार से ज्यादा कॉल आ चुके हैं, जिसमें बारदाना की तंगी के अलावा, पटवारी के काम नहीं करने, धान ठीक से नहीं बेच पाने की समस्या, खरीदी केंद्र में तौल नहीं करने जैसे तमाम शिकायतें शामिल है.
लोगों की सामान्य समस्याओं के निराकरण के लिए एक सितंबर 2018 से प्रदेश के 11 जिलों में सरकार की ओर से डायल 112 की सेवा शुरू की गई थी, लेकिन बीते साल धान खरीदी शुरू होने के साथ दिसंबर के महीने से किसानों के लिए भी अपनी शिकायत-समस्या रखने के लिए इस सेवा को खोल दिया गया. किसानों के बीच यह सेवा किस तरह से लोकप्रिय हुई, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1 दिसंबर 2020 से लेकर 5 दिसंबर 2021 तक 4,288 कॉल किसानों से आ चुके हैं.
प्रदेश से अब-तक सबसे ज्यादा शिकायतें बिलासपुर से 792 और जांजगीर-चांपा से 545 समस्याएं-शिकायतें प्राप्त हुए, वहीं रायपुर से 434, राजनंदगाव से 435, रायगढ़ से 318 और महासमुंद से 366 समस्याएं-शिकायतें दर्ज आई है. किसानों से प्राप्त समस्याओं-शिकायतों को डायल 112 की ओर से सबंधित जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और एसडीएम के पास फारवर्ड कर दिया जाता है, जिन पर निराकरण की जिम्मेदारी होती है.
डायल 112 के पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों के बाद से डायल 112 की सेवाओं को किसानों से जोड़ा गया है. अब तक लगभग 4,288 कॉल आ चुकी हैं. किसानों ने ज्यादातर बारदानों से सबंधित और पटवारी की शिकायतें लेकर आए हैं. जिसकी जानकारी हम जिले के कलेक्टर और एसपी को भेज देते हैं. साथ ही डायल का हैडक्वार्टर को नान से एक्सिस किया गया है, जिससे इन समस्याओं को तत्काल वहां भी फार्वड किया जाता है.